पुलिस-प्रशासन ने अभियान चलाकर नष्ट की खेती
अभियान : द्वारका नदी के तट पर 150 से 200 एकड़ में लगी थी अफीम की फसल पंपिंग सेट से कराया जाता था पटवन छह ट्रैक्टर से रौंदवाया गया अफीम की फसल चीरा लगाकर दो बार निकाली जा चुकी थी अफीम पांच घंटे का लगा वक्त अफीम की खेती को नष्ट करने में रानीश्वर के […]
अभियान : द्वारका नदी के तट पर 150 से 200 एकड़ में लगी थी अफीम की फसल
पंपिंग सेट से कराया जाता था पटवन
छह ट्रैक्टर से रौंदवाया गया अफीम की फसल
चीरा लगाकर दो बार निकाली जा चुकी थी अफीम
पांच घंटे का लगा वक्त अफीम की खेती को नष्ट करने में
रानीश्वर के 50 चौकीदार समेत शिकारीपाड़ा थाना के कई कर्मी थे कार्रवाई में शामिल
शिकारीपाड़ा : शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के हीरापुर व धावाघाटी आदि मौजा में सैकड़ों एकड़ जमीन पर अफीम की फसल को एसपी अनूप टी मैथ्यू व प्रशिक्षु आइएएस आकांक्षा रंजन ने संयुक्त अभियान चलाकर नष्ट किया.
पश्चिम बंगाल सीमा से सटे द्वारका नदी के किनारे लगभग 150 से 200 एकड़ जमीन पर अफीम की फसल लगी हुई थी. अभियान के लिए पहुंचे पुलिस जवानों को देख पटवन में लगे कुछ लोग पंप सेट लेकर भाग खड़े हुए. पुलिस ने अफीम की फसल के साथ सैकड़ों फिट लंबी पाइप जब्त की. हीरापुर गांव के पास कुछ खेतों में अफीम के फल में चीरा लगाया गया था तथा फलों से 1-2 बार अफीम भी निकाली भी गयी थी.
बड़े पैमाने पर हो रही अफीम की खेती की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने इस अभियान के लिए 6 ट्रैक्टरों के अलावा रानीश्वर व शिकारीपाड़ा के 50 चौकीदारों की मदद ली. सुरक्षा के मद्देनजर एसएसबी के जवान भी इस अभियान में शामिल किये गये थे. अफीम की खेती को नष्ट करने में लगभग पांच घंटे लगे.