Jharkhand News (दुमका) : झारखंड की हेमंत सरकार की पहल पर तमिलनाडु की 38 कामकाजी युवतियां सकुशल अपने गृह जिला दुमका पहुंच गयी है. अधिकतर युवतियां दुमका जिले के रानीश्वर, शिकारीपाड़ा और मसलिया प्रखंड की है. सभी युवती तमिलनाडु के त्रिपुर जिले में कॉटन प्लस नामक कंपनी में काम करती थी. फरवरी माह में ये सभी तमिलनाडु काम करने गयी थी. शुक्रवार को ये सभी ट्रेन के माध्यम धनबाद स्टेशन पहुंची.
तमिलनाडु से अपने घर तक पहुंचने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसे ध्यान में रखते हुए दुमका डीसी राजेश्वरी बी के निर्देश पर उन्हें लाने के लिए धनबाद स्टेशन बस भेजी गयी थी. साथ ही दंडाधिकारी को भी प्रतिनियुक्त किया गया था. बस के माध्यम से उन्हें इंडोर स्टेडियम दुमका लाया गया.
इस दौरान डीसी राजेश्वरी बी, अनुमंडल पदाधिकारी महेश्वर महतो सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी उपस्थित थे. स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सबसे पहले सभी का डाटाबेस तैयार किया गया. इसके बाद सभी का रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से कोरोना की जांच भी की गयी.
डीसी ने सभी युवतियों से बातचीत कर उनके कार्य के बारे में जाना. कहा कि स्थिति सामान्य होने पर इन्हें इनके कौशल के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा. वहीं, सभी को सात दिनों तक हिजला स्थित कोरेंटिन सेंटर में रखा जायेगा. सात दिनों के बाद दोबारा इनकी कोविड-19 जांच की जायेगी. इस दौरान रिपोर्ट निगेटिव होने पर इन्हें इनके घर भेजा जायेगा.
इधर, तमिलनाडु से लौटी सावित्री तुरी ने बताया कि उन्हें लग रहा था कि अभी कि स्थिति में वह घर शायद नहीं लौट पायेगी, पर सरकार ने चिंता दिखायी. हमें भरोसा जताया गया था कि जल्द ही उनके भेजे जाने की व्यवस्था होगी और यही हुआ भी. अच्छी तरह से उन्हें लाया गया, कोई परेशानी नहीं हुई.
Posted By : Samir Ranjan.