प्राथमिकी से पहले लिख दी केस डायरी !

दुमका : प्राथमिकी दर्ज करने से पहले ही अनुसंधानकर्ता ने केस डायरी लिखने का मामला प्रकाश में आया है. रामगढ़ थाना कांड संख्या 28/15 में बैल चोरी के आरोप में जियापानी का एनू देहरी को 3 मार्च 2015 को 4 बजे दिन में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. जानकारी के मुताबिक अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2015 2:16 AM
दुमका : प्राथमिकी दर्ज करने से पहले ही अनुसंधानकर्ता ने केस डायरी लिखने का मामला प्रकाश में आया है. रामगढ़ थाना कांड संख्या 28/15 में बैल चोरी के आरोप में जियापानी का एनू देहरी को 3 मार्च 2015 को 4 बजे दिन में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
जानकारी के मुताबिक अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आरोपी एनू देहरी के जमानत आवेदन पर सुनवाई के दौरान आरोपी के अधिवक्ता जगन्नाथ मांझी ने न्यायालय को बताया कि रामगढ़ थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिन्हा ने वादी रामगढ़ बासु दुम्मा के मेरी मरांडी का फर्द बयान लेकर 3 मार्च 2015 को 18.05 बजे प्राथमिकी दर्ज की गयी,
जबकि उसी दिन आरोपित को 16 बजे गिरफ्तारी एवं जब्ति सूची दिखायी गयी. न्यायालय में अनुसंधानकर्ता थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिन्हा ने जो केस डायरी प्रस्तुत किया उस पर 3 मार्च 2015 को 16.30 बजे केस डायरी लिखते हुए वादी का बयान पुन: बयान एवं चार साक्षी का बयान दर्ज किया गया दिखाया गया है. जबकि समान्यतया थाना प्रभारी द्वारा पहले प्राथमिकी दर्ज की जाती है.
उसके बाद अनुसंधान का भार स्वयं लिया जाता है या अन्य पुलिस पदाधिकारी को अनुसंधान का भार सौंपा जाता है, फिर अनुसंधान प्रारंभ करते हुए अनुसंधानकर्ता वादी का पुन:बयान दर्ज करते हुए साक्षियों का बयान दर्ज करता है. जबकि उक्त कांड में 18.05 बजे प्राथमिकी दर्ज की गयी है और उसी दिन 16.30 बजे केस डायरी लिखने का समय दर्शाया गया है.

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