अपूर्ण योजना को दिखा दिया पूर्ण
राइस फेलो योजना के तहत तालाब निर्माण में गड़बड़ी दुमका : जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा राइस फेलो योजना के तहत तालाब निर्माण की तीन अपूर्ण योजनाओं को पूर्ण दिखा दिये जाने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. अपूर्ण तालाब को भौतिक प्रतिवेदन में पूर्ण दिखा दिये जाने का मामला तूल पकड़ता […]
राइस फेलो योजना के तहत तालाब निर्माण में गड़बड़ी
दुमका : जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा राइस फेलो योजना के तहत तालाब निर्माण की तीन अपूर्ण योजनाओं को पूर्ण दिखा दिये जाने का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. अपूर्ण तालाब को भौतिक प्रतिवेदन में पूर्ण दिखा दिये जाने का मामला तूल पकड़ता भी दिख रहा है.
मामला प्रतिवेदन तैयार करने में लापरवाही का हो या फिर किसी गड़बड़झाले का. जिला परिषद् अध्यक्ष पुलिस नाथ मरांडी ने इस मामले में न सिर्फ नाराजगी प्रकट की है, बल्कि गलत रिपोर्ट देने के इस मामले में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी गोपाल ठाकुर के खिलाफ सरकार को रिपोर्ट तक कर दिया है.
क्या थी योजना
राइस फेलो की यह योजना वित्तीय वर्ष 2013-14 की है. जिसमें बंजर और परती रह जाने वाली भूमि में पटवन के लिए पुराने तालाबों का जीणोंद्घार किया जाना था. इसके लिए सभी प्रखंडों से एक-एक योजना का चयन किया गया था. कार्य लाभुक समिति के माध्यम से करवाया जाना था. 10 में से सात के तो काम पूरे करा लिए गये हैं. लेकिन तीन के काम अब भी अपूर्ण हैं.
श्री मरांडी की माने तो उन्होंने राइस फेलो योजना के तहत जो रिपोर्ट मांगी थी उसके भौतिक प्रतिवेदन में दसों तालाब की योजना को पूर्ण बताया गया है. जबकि वास्तविकता यह है कि गोपीकांदर के देवरिया, काठीकुंड के दुधिया और सरैयाहाट दिग्घी के इन तीन योजनाओं को अब तक पूरा नहीं किया गया है.
क्या कह रहे हैं अधिकारी
मामले में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी गोपाल ठाकुर ने बताया कि तीन योजनाएं अपूर्ण हैं. मामला पूर्व के पदाधिकारी के कार्यकाल का है, इसलिए रिपोर्ट देने में भूल हो गयी है.
सरैयाहाट के दिग्घी में 16,14,700 रुपये की तालाब जीर्णोद्धार के योजना में अबतक 10 लाख 54,600 रूपये का भुगतान किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षु आइएएस आकांक्षा रंजन ने हाल में ही इस तालाब की जांच की है और पाया है कि पानी के कारण अब इस तालाब में काम नहीं हो सकता है और उन्होंने काम को फाइनल करने को कहा है.
वहीं गोपीकांदर के देवरिया में 13,80,344 रूपये के प्राक्कलन के विरुद्ध लाभुक समिति को 4 लाख 80 हजार रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि काठीकुंड के दुधिया में 13,90,700 के प्राक्कलन वाले तालाब जीणोर्ंद्घार योजना में 7 लाख 87 हजार रुपये का भुगतान किया गया है.