अवैध ईंट का कारोबार चरम पर
कालाझर, चंद्रपुरा, चांदोपानी, रांगामटिया, पिपरा, पथराकुंडी, लखनपुर व बड़तल्ला सहित कई इलाकों में जम कर चल रहे व्यावसायिक भट्ठेप्रतिनिधि, काठीकुंडप्रखंड में अवैध रूप से किये जाने वाले व्यवसाय अपने शबाब पर है, चाहे अवैध पत्थर उत्खनन की बात करेें, अवैध कोयले की कारोबार की बात करें या फिर अवैध रूप से लगाये जाने वाले बांग्ला […]
कालाझर, चंद्रपुरा, चांदोपानी, रांगामटिया, पिपरा, पथराकुंडी, लखनपुर व बड़तल्ला सहित कई इलाकों में जम कर चल रहे व्यावसायिक भट्ठेप्रतिनिधि, काठीकुंडप्रखंड में अवैध रूप से किये जाने वाले व्यवसाय अपने शबाब पर है, चाहे अवैध पत्थर उत्खनन की बात करेें, अवैध कोयले की कारोबार की बात करें या फिर अवैध रूप से लगाये जाने वाले बांग्ला ईंट भटट्े की बात करें. इन दिनों प्रखंड के कई गांवों में जम कर अवैध ईर्ंट भटट्े लगाये जा रहे हैं. कालाझर, चंद्रपुरा, चांदोपानी, रांगामटिया, पिपरा, पथराकुंडी, लखनपुर, बड़तल्ला, बिछियापहाड़ी, आमगाछी सहित कुछ अन्य गांव में व्यवसाय के दृष्टिकोण से भटट्े लगाये जाते हैं. इनमें से बहुत कम ऐसे होते हैं जो अपने घर के निर्माण के लिए ईंट बनाते हैं. ज्यादातार व्यावसायिक भटट्े बगैर लाइसेंस के संचालित होते हैं. इस प्रकार के ईंट भटटें से किसी प्रकार का कोई राजस्व नहीं मिलता. संबंध में अंचलाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि अगर कोई अपने स्वयं के उपयोग के लिए ईंटें बनाता है तो एसपीटी के तहत उसे इसका अधिकार है. पर अगर व्यवसाय के लिए भटट लगाया जाता है तो वह अवैध है. ऐसे भटट्े लगाने के लिए अंचल कार्यालय में आवेदन देना पड़ता है. जिसके बाद जिला से स्वीकृति मिलने के उपरांत ही व्यवसाय हेतु ईंट भटट्े लगाये जा सकते है. कहा कि अवैध रूप से चल रहे भटटें की शिकायत आने पर कार्रवाई की जायेगी.फोटो25 डीएमके काठीकुंड 1काठीकुंड प्रखंड क्षेत्र में लगा अवैध बांग्ला ईटा भटट