झारखंड विकास मोरचा ने दी चेतावनी, कहा://
प्रतिनिधि, दुमका झारखंड विकास मोरचा ने उपराजधानी दुमका में बिजली आपूर्ति एवं बदहाल शहरी जलापूर्ति योजना को लेकर आक्रोश जताया है. केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य पिंटू अग्रवाल ने कहा है कि दुमका में पेयजल एवं बिजली की व्यवस्था में अविलंब सुधार नहीं हुआ तो झारखंड विकास मोरचा सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि […]
प्रतिनिधि, दुमका झारखंड विकास मोरचा ने उपराजधानी दुमका में बिजली आपूर्ति एवं बदहाल शहरी जलापूर्ति योजना को लेकर आक्रोश जताया है. केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य पिंटू अग्रवाल ने कहा है कि दुमका में पेयजल एवं बिजली की व्यवस्था में अविलंब सुधार नहीं हुआ तो झारखंड विकास मोरचा सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि दुमका में पेयजल की इतनी विकराल समस्या है कि आज शहर की लाईफ लाईन कही जाने वाली इस महत्वपूर्ण पेयजल योजना से लोगों को गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है. दुमका शहर के नेशनल स्कूल पेयजल टंकी का वॉल्ब विगत एक वर्ष से खराब पड़ा हुआ है मगर उसे बदलने की चिंता विभाग को नहीं है, जिसके कारण उक्त टंकी से पेयजल की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पाती है. श्री अग्रवाल न कहा कि दुमका में बिजली की स्थिति इतनी खराब है कि शाम ढलते ही लोड शेडिंग का खेल चालू हो जाता है, जिससे जहां छात्रों को पढ़ने में कठिनाई होती है, वहीं आम जनता गर्मी से बेहाल रहते हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ झारखंड सरकार कहती है कि झारखंड को पावर हब बनायेंगे और 24 घंटे बिजली मिलेगी, मगर इस राज्य में सरप्लस बिजली का उत्पादन होने के बाद भी झारखंड की जनता को मुश्किल से आठ से दस घंटे बिजली मिलती है. यह सरकार सिर्फ हवा हवाई बात करती है,ना की जमीन पर काम कर रही है.उन्होंने कहा कि दुमका में पेयजल एवं बिजली में अविलंब सुधार नहीं हुआ तो झारखंड विकास मोरचा के कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे.