पेज-3//लीड//हाल स्वास्थ्य विभाग का.

संवाददाता, दुमकाउपराजधानी दुमका में स्वास्थ्य विभाग का बहुत ही बुरा हाल है. इस विभाग के पदाधिकारियों के उपेक्षित रवैये से इन दिनों दस ऐसे वाहन खुले आसमान के नीचे सड़ रहे हैं, जो टीकाकरण सहित अन्य महत्वूपर्ण कार्यों के लिए खरीदे गये थे. इन वाहनों को सिविल सर्जन के आवास के ठीक सामने लगाकर रखा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2015 9:05 PM

संवाददाता, दुमकाउपराजधानी दुमका में स्वास्थ्य विभाग का बहुत ही बुरा हाल है. इस विभाग के पदाधिकारियों के उपेक्षित रवैये से इन दिनों दस ऐसे वाहन खुले आसमान के नीचे सड़ रहे हैं, जो टीकाकरण सहित अन्य महत्वूपर्ण कार्यों के लिए खरीदे गये थे. इन वाहनों को सिविल सर्जन के आवास के ठीक सामने लगाकर रखा गया है. लंबे समय से इन वाहनों के रख-रखाव एवं उपयोगिता को लेकर ध्यान नहीं दिये जाने से यह कबाड़ की श्रेणी में परिणत होते जा रहे है. इन वाहनों में से एक भी वाहन ऐसे नहीं है, जिसे खरीदने में अभी पांच-सात लाख रुपये न खर्च करना पड़े. एक वाहन तो ऐसा है, जो बहुत कम चला है. एएनएम ट्रेनिंग स्कूल के लिए खरीदी गयी इस बस को चंद दिनों ही उपयोग में लायी गयी थी, जिसके बाद दो-तीन साल तक यह एएनएम स्कूल कैंपस में पड़ी रही थी. बाद में इसे सिविल सर्जन के आवासीय परिसर में ले जाया गया. तब से यह अब तक खुले आसमान के नीचे धूप, धूल और बारिश झेल रही है. एंबुलेंस से लेकर वैक्सीनेशन वैन तक पड़ा है बेकारदुमका सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी नहीं है. यही वजह है कि हर दिन दुमका सदर अस्पताल से मरीज को बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर करना पड़ता है. मरीजों को बेहतर अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए कई एंबुलेंस थे, जिन्हें मामूली मरम्मत के अभाव में यूं ही खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया गया है. अगर थोड़ी मरम्मत व रंग रोगन करा दिया जाय, तो एंबुलेंस की सुविधा को दुमका में बेहतर किया जा सकता है. अक्सर एंबुलेंस की कमी से मरीजों की जान पर आफत बन जाती है. —————-फोटो// 17-दुमका-71/72/73—————-

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