दुमका : अखिल भारतीय सरना धार्मिक एवं सामाजिक समन्वय समिति ने बुधवार को दुमका में विवेकानंद चौक के पास ईसाई धर्मगुरू कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो का पुतला फूंका.
समिति के उपाध्यक्ष सिमोन सोरेन ने बताया कि रांची धुर्वा के सिंगपुर चर्च में ईसाई मिशनरियों द्वारा माता मरियम को आदिवासी वेशभूषा लाल पाड़ की साड़ी एवं सांवले रंग में मूर्ति स्थापित कर दिखाया गया है और आदिवासियों को गुमराह कर धर्मातरण का षड्यंत्र रचा जा रहा है.
श्री सोरेन ने कहा कि भोले–भाले लोगों को येन–केन प्रकारेण उनका धार्मिक, संस्कृति साधन एवं पोषाक का व्यवहार कर उन्हें गुमराह किया जाता है. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान देश के नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता देती है लेकिन किसी भी धार्मिक एवं सामाजिक साधन एवं पोशाक के साथ छेड़छाड़ एवं अतिक्रमण की अनुमति नहीं देती है.
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज इस प्रकार की धार्मिक एवं संस्कृति अतिक्रमण के साथ छेड़छाड़ को बरदाश्त नहीं करेगी. समिति ने आदिवासियों का धर्मातरण बंद करने, आदिवासियों के धार्मिक समाजिक संस्कृति अतिक्रमण बंद करने, आदिवासियों के सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक बाध्य यंत्र एवं पोषाक का व्यवहार दूसरे के द्वारा बंद करने, जाति प्रमाण निर्गत करने में सुप्रीम कोर्ट का आदेश का अक्षरश: पालन सुनिश्चित करने, ईसाईयों को अनुसूचित जनजाति से हटाकर अल्पसंख्यक घोषित करने की मांग की है.
पुतला दहन कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष दिलीप कुमार मुमरू, मंटु सोरेन, नीलू सोरेन, कामेश्वर हांसदा, गणोश टुडू, इंगलिश लाल मरांडी, आदि मौजूद थे.