खुशबू की तरह लाखों खुले में शौच करने को विवश

दुमका : शहर से सटा हुआ पंचायत है दुधानी. इसी पंचायत के गोशाला रोड-शास्त्री नगर मुहल्ले में कल खुशबू नाम की 17 वर्षीय छात्र ने इसलिए आत्महत्या कर ली थी कि उसके घर में शौचालय नहीं बन पा रहा था. परिवार वाले के पास आर्थिक तंगी थी. घरवाले उसकी शादी को लेकर चिंतित थे. इसलिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2015 9:11 AM
दुमका : शहर से सटा हुआ पंचायत है दुधानी. इसी पंचायत के गोशाला रोड-शास्त्री नगर मुहल्ले में कल खुशबू नाम की 17 वर्षीय छात्र ने इसलिए आत्महत्या कर ली थी कि उसके घर में शौचालय नहीं बन पा रहा था. परिवार वाले के पास आर्थिक तंगी थी. घरवाले उसकी शादी को लेकर चिंतित थे.
इसलिए शौचालय नहीं बनवा रहे थे. खुशबू ने सरकारी स्तर पर शौचालय बनवाने के लिए आवेदन तैयार कर रखा था. उसने इसके लिए कोशिश भी की थी, दौड़-धूप भी किया था, पर उसकी कोशिश नाकाम रही. सरकारी स्तर पर उसके इलाके में शौचालय अभी बन नहीं रहा था, सो उसके आवेदन धरे के धरे रह गये. पिता श्रीपति यादव द्वारा ट्रक चलाने से जो मेहनताना मिलता था, उससे खाने-पीने का ही मुश्किल से जुगाड़ हो पाता था. ऐसे में थोड़ी बहुत जो बचत थी, परिवार वाले खुशबू की शादी के लिए बचा रहे थे.
मनरेगा तहत 10 पंचायतों में 10,325 शौचालय बनाने की अनुशंसा
जिला प्रशासन ने मनरेगा के तहत ओडीएफ के लिए दस प्रखंडों के लिए दस पंचायतों को चिह्न्ति किया है. जहां ग्रामसभा द्वारा चयनित लोगों के शौचालय बनवाया जायेगा. इस योजना के तहत 10325 शौचालय 12-12 हजार रुपये की लागत से बनाये जायेंगे. वहीं निर्मल भारत योजना के तहत इतनी ही लागत से 10852 शौचालय बनवाये जाने का लक्ष्य है.
मनरेगा के तहत जिन दस पंचायतों में शौचालय बनवाने का निर्णय लिया गया है, उनमें दुमका का बड़तल्ली, गोपीकांदर का खरौनी बाजार, जामा का नाचनगड़िया, जरमुंडी का ठेकचाघोंघा, काठीकुंड का पंदनपहाड़ी, मसलिया का रांगा, रामगढ़ का लखनपुर, रानीश्वर का कुमिरदाहा, सरैयाहाट का रक्सा एवं शिकारीपाड़ा का शिवतल्ला गांव शामिल है.

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