ग्रामीण कर रहे गांव की पहरेदारी
रामगढ़ . प्रखंड क्षेत्र के लोग नकाबपोश अपराधियों के गतिविधियों से भयभीत हैं और ग्रामीण रातभर जग कर पहरेदारी करने को विवश हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्र महुबन्ना, बंदरजोड़ी, घाघरी, कुसुमडीह समेत दर्जन भर गांव में विगत 2 माह से नकाबपोश अपराधी दर्जनों घटना का अंजाम देकर लाखों की लूटपाट कर चुके हैं. इससे ग्रामीणों में […]
रामगढ़ . प्रखंड क्षेत्र के लोग नकाबपोश अपराधियों के गतिविधियों से भयभीत हैं और ग्रामीण रातभर जग कर पहरेदारी करने को विवश हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्र महुबन्ना, बंदरजोड़ी, घाघरी, कुसुमडीह समेत दर्जन भर गांव में विगत 2 माह से नकाबपोश अपराधी दर्जनों घटना का अंजाम देकर लाखों की लूटपाट कर चुके हैं. इससे ग्रामीणों में पुलिस पर से भरोसा उठ रहा है.
किसी भी घटना के बाद पुलिस देर से पहुंचती है और इसका कारण चालक के नहीं होने को बताकर पल्ला झाड़ रही है, जिससे अपराधी बेखौप होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं. अब ग्रामीण खुद कमर कस चुके हैं. महुबन्ना -बदरजोड़ा आदि गांवों के लोग रात्रि में 11-12 की संख्या में गांव में पहरेदारी कर रहे है. विगत दो माह में दर्जनों घटना को अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है. लेकिन अभी तक पुलिस एक भी अपराधी को पकड़ने में नकाम साबित हुई है.
एक वर्ष पूर्व घाघरी नदी में विकास साह को अपराधी तीर से मारकर घायल कर दिया था. 2 महीने पूर्व घाघरी के बैद्यनाथ मांझी के घर में 25 हजार रूपये की लुटपाट की थी. जुलाई 2015 में बंदरजोडा गांव के दो कपड़ा व्यवसायियों के साथ 20 हजार की लूटपाट की भी घटना हुई थी. एक सप्ताह पूर्व महुबन्ना टावर के पास अपराधी जयंत मांझी के दुकान में 25 हजार का लूटपाट की थी. 18 अगस्त की कुसुमडीह गांव के अशोक मंडल के मोटरपार्टस दुकान में लूटपाट की कोशिश भी हुई है. हांलाकी महुबन्ना में 19 अगस्त को रामगढ़ थाना प्रभारी अपराध को रोकने के लिए पुलिस -पब्लिक समन्वय समिति की बैठक की थी और ग्रामीणों को यह आश्वासन दिया था कि जल्द ही अपराधी पुलिस की हिरासत में होंगे.