झारखंड की तरह पूरे देश में इस फिल्म पर लगे बैन

दुमका : एमएसजी-2 द मैसेंजर फिल्म के ट्रेलर में आदिवासियों के बारे में कहे गये संवाद पर दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखड़ा ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है तथा इस फिल्म पर पूरे देश में बैन लगाने की मांग की है. आखड़ा ने फिल्म के निर्देशक गुरमीत राम-रहीम पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2015 8:36 AM
दुमका : एमएसजी-2 द मैसेंजर फिल्म के ट्रेलर में आदिवासियों के बारे में कहे गये संवाद पर दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखड़ा ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है तथा इस फिल्म पर पूरे देश में बैन लगाने की मांग की है. आखड़ा ने फिल्म के निर्देशक गुरमीत राम-रहीम पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किये जाने कि मांग की है. आखड़ा ने गुरमीत राम-रहिम का पुतला जलाकर अपने आक्रोश का इजहार किया और कहा कि ऐसी फिल्में सामाजिक समरसता को बिगाड़ने का काम कर रही है. आखड़ा ने सेंसर बोर्ड पर भी सवाल उठाया है.
आखड़ा से जुड़े सच्चिदानंद सोरेन ने बताया कि फिल्म के संवाद … न तो ये लोग इंसान हैं और न जानवर, ये शैतान हैं, शैतान…आपत्तिजनक है ही, पूरे ट्रेलर में आदिवासियों को राक्षस के रूप में दिखाया गया है. उनका आरोप है कि फिल्म का ट्रेलर आदिवासियों के प्रति घृणा व्यक्त करता है. अखड़ा के सदस्यों ने कहा कि इस फिल्म पर झारखंड सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाना सही निर्णय है, पर अन्य विधायकों सांसदों को भी इस मसले पर चुप नहीं रहना चाहिए.
अखड़ा सदस्यों ने कहा कि इस फिल्म पर बैन पूरे देश में ही लगाया जाना चाहिए. पुतला दहन के मौके पर सुनील टुडू,बाबुराम सोरेन, माने टुडू, सुरेश टुडू, बबुधन हांसदा, सलीम मरांडी, धुमा सोरेन, जेठा सोरेन, गुपिन किस्कू, सनोती मरांडी, प्रमिला टुडू, सुहागनी टुडू, स्नब्दी हेम्ब्रोम, कुबराज मुर्मू, लुखिराम मुर्मू, सुहागनी मुर्मू, मलोती हांसदा, सनोति किस्कू, शिला हांसदा आदि उपस्थित थे.

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