जेएमएम ने दिया 15 दिनों का अल्टीमेटम

दुमका : झारखंड मुक्ति मोरचा द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. मोरचा के जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है और अगर 15 दिनों के अंदर सिविल सर्जन की जन विरोधी कार्यशैली तथा ध्वस्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2015 8:07 AM
दुमका : झारखंड मुक्ति मोरचा द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. मोरचा के जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है और अगर 15 दिनों के अंदर सिविल सर्जन की जन विरोधी कार्यशैली तथा ध्वस्त स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया, तो मोरचा द्वारा सीएस कार्यालय में तालाबंदी की जायेगी.
कहा कि आवंटन रहने के बावजूद सीएस द्वारा अस्पताल में कार्यरत संस्था के कर्मियों तथा सेवानिवृत्त महिला स्वास्थ्य कर्मी मीना देवी और मेरी मुर्मू को भुगतान नहीं करना दुर्भाग्यूपर्ण है.
उन्होंने सीएस द्वारा एक साजिश के तहत सदर अस्पताल के चार चिकित्सकों का निलंबन कराये जाने को जनविरोधी बताया और कहा कि सीएस ने नीजी लाभ के लिए जरमुंडी के प्रभारी चिकित्सक का ताबादला कराकर किसी दूसरे कनीय चिकित्सक को प्रभारी के पर प्रतिनियुक्त किये जाने से ग्रामीणों में रोष है. उन्होंने यह भी कहा कि सीएस कार्यालय में तालाबंदी किये जाने के बाद भी अगर स्थिति नहीं सुधरी तो राज्य मंत्रियों के दुमका आगमन पर घेराव किया जायेगा.

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