347 में से सिर्फ 173 गांवों में ही हो पाया विद्युतीकरण
दुमका : झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के दुमका एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक धनेश झा ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में तमाम अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ मासिक समीक्षा बैठक की, जिसमें ग्रामीण विद्युतीकरण कार्य की प्रगति की जानकारी ली गयी. श्री झा ने बताया कि आरएपीडीआरपी के तहत राज्य सरकार ने 1291 गांवों को विभागीय […]
दुमका : झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के दुमका एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक धनेश झा ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में तमाम अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ मासिक समीक्षा बैठक की, जिसमें ग्रामीण विद्युतीकरण कार्य की प्रगति की जानकारी ली गयी.
श्री झा ने बताया कि आरएपीडीआरपी के तहत राज्य सरकार ने 1291 गांवों को विभागीय स्तर पर विद्युतीकृत करने का निर्णय लिया था, जिनमें से एरिया बोर्ड के 347 गांव शामिल हैं. इनमें से अब तक 173 गांवों को विद्युतीकृत किया जा चुका है. अक्तूबर महीने में 41 गांवों को विद्युतीकृत किया गया था, जबकि नवंबर महीने तक 62 गांवों को विद्युत सेवा से जोड़ने का लक्ष्य है.
उन्होंने बताया कि हर हाल में दिसंबर महीने के अंत तक इस योजना के तहत सारे लक्षित गांवों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करा दी जायेगी. श्री झा ने बताया कि इसके बाद भी 257 ऐसे गांव बचेंगे, जो किसी योजना से अब तक आच्छादित नहीं हो सके हैं, उन्हें दीनदयाल विद्युत योजना से जोड़ा जायेगा. उन्होंने बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना में 10 एवं 16 केवी के ट्रांसफॉर्मर लगाये गये थे और लाइन सिंगल फेज थे, जबकि अब 25 केवी के ट्रांसफॉर्मर लगाते हुए थ्री फेज लाइन जोड़ा जा रहा है. इनसे एपीएल परिवारों को भी कनेषन दिया जा रहा है. बैठक में सीपी ग्राम योजना से संबंधित जन शिकायतों पर की गयी कार्रवाई की भी समीक्षा हुई.
बैठक में उप महाप्रबंधक आरके प्रसाद, अधीक्षण अभियंता दुमका हरेंद्र सिंह, दुमका के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार, देवघर के गोपाल प्रसाद, जामताड़ा के अनूप बिहारी सिंह, गोड्डा के अशोक कुमार उपाध्याय, साहिबगंज के शैलेंद्र बेसरा व पाकुड़ के गणोश प्रसाद चौधरी के अलावा अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.