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121 वर्षों से हो रही इसमाला में कार्तिक पूजा मसलिया. इसमाला गांव में कार्तिक पूजा बंगाली विधि विधान के साथ 121 वर्षों से हो रही है. कार्तिक पूजा की शुरुआत 1894 में गांव के ही कुम्हार समुदाय के दामु पाल ने की थी. गरीबी की वजह से इस पूजा को उसने ग्रामीणों को सौंप दिया […]
121 वर्षों से हो रही इसमाला में कार्तिक पूजा मसलिया. इसमाला गांव में कार्तिक पूजा बंगाली विधि विधान के साथ 121 वर्षों से हो रही है. कार्तिक पूजा की शुरुआत 1894 में गांव के ही कुम्हार समुदाय के दामु पाल ने की थी. गरीबी की वजह से इस पूजा को उसने ग्रामीणों को सौंप दिया था. अब यह भव्य मंदिर का रूप ले चुका है. मेला देखने के लिए अगल-बगल गांव खरना, मैसामुंगर, बेलियाजोड़, श्यामपुर, होंजा, सादीपुर, दुधानी, दुमदुमी, कुसुमघाटा, फुलशहरी सहित कई गांवों के लोग जुटते हैं.फोटो-14 डीएमके/मसलियाइसमाला गांव का भव्य कार्तिक मंदिर