दुमका : इस साल 69 लोगों ने कर ली खुदकुशी, मरने वालों में अधिकांश युवा वर्ग के

दुमका पीजेएमसीएच में मनोचिकित्सक डॉ रामसकल हांसदा ने कहा कि किसी भी इंसान के व्यवहार में परिवर्तन दिखे. जैसे अकेले रहना, चिड़चिड़ापन दिखना, रात में नींद अच्छे से नहीं आना या कभी भी उस व्यक्ति द्वारा बताया गया.

By Kunal Kishore | December 27, 2023 5:02 AM
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दुमका : मानसिक तनाव, बेरोजगारी, प्रेम में विफल, घरेलू कलह आदि के कारण आज युवा खुद को मौत के हवाले कर दे रहे हैं. आंकड़ों की मानें तो ज्यादातर युवा बेरोजगारी, नशा, पारिवारिक कलह से तंग आकर मौत को गले लगा रहे हैं. इस वर्ष जनवरी से अबतक के आंकड़े को देखें तो 69 लोगों ने फांसी लगाकर और जहर खाकर आत्महत्या की है. आत्महत्या करने वालों में पुरुषों की संख्या अधिक है. वर्ष 2023 में अबतक 69 युवक और युवतियों ने आत्महत्या की है. इनमें फांसी लगाने वाले 62 और जहर खाकर आत्महत्या वालों में 7 लोग शामिल थे. थानों में दर्ज सूचना के मुताबिक जनवरी में 8, फरवरी में 6, मार्च में 6, अप्रैल 5, मई 9, जून 5, जुलाई 4, अगस्त 4, सितंबर 6, अक्टूबर 3, नवम्बर 3 और दिसंबर माह में अबतक 3 लोगों ने खुदकुशी की.

क्या कहते हैं मनोचिकित्सक :

दुमका पीजेएमसीएच में मनोचिकित्सक डॉ रामसकल हांसदा ने कहा कि किसी भी इंसान के व्यवहार में परिवर्तन दिखे. जैसे अकेले रहना, चिड़चिड़ापन दिखना, रात में नींद अच्छे से नहीं आना या कभी भी उस व्यक्ति द्वारा बताया गया हो कि जीवन बेकार लग रहा है. पहले जिन चीजों में रुचि लगती थी, अब नहीं लगना. इस तरह का लक्षण आत्महत्या से पहले दिखता है. कोई भी व्यक्ति दो कारण से आत्महत्या करता है. एक जीवन में असफलता, जो लोगों को प्रत्यक्ष रूप से दिखता है. दूसरा कारण आत्मग्लानि जो उसी व्यक्ति को पता रहता है, जो समाज में या किसी दूसरे के सामने शर्म का सामना न करना पड़े. इस कारण से लोग आत्महत्या करते हैं. ऐसा लक्षण दिखे तो अभिभावक और करीबी उससे सहानुभूतिपूर्वक बात करके उस व्यक्ति की मनोस्थिति को समझे और अपने स्तर से सकारात्मक सोच देने का प्रयास करें. अगर मानसिक स्थिति में परिवर्तन न दिखे तो मनोचिकित्सक की सलाह लें. युवा वर्ग हमेशा सकारात्मक सोच रखे. हमेशा पढ़ाई या अन्य कार्य से जुड़े रहे.

विभिन्न मामले

केस – 1

जामा थाना क्षेत्र के चिकनिया गांव में 28 वर्षीय युवक ने फंदे से लटककर जान दे दी. जानकारी के मुताबिक किसी बात पर पति-पत्नी के बीच नोकझोक हुई थी. दूसरे दिन ससुराल वाले पत्नी को लेकर चले गये. गुस्से और तनाव में आकर युवक ने आत्महत्या कर ली थी.

केस – 2

15 दिसंबर को दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव में मानसिक तनाव में 28 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक की मां के अनुसार वह कुछ दिनों से तनाव में था. किसी से फोन पर बात करते हुए घर से निकला था. कुछ देर के बाद गांव से कुछ दूर फंदे से लटकता पाया गया.

केस – 3

शहर के नयापाड़ा मोहल्ले में 5 दिसंबर को फंदे से लटकता 28 वर्षीय युवक का शव बरामद किया गया था. परिजनों के अनुसार ससुराल से लौटकर बिना खाये कमरे में सो गया था. दूसरे दिन फंदे से लटकता पाया गया था. मृतक की मां ने बताया कोई घर को जबरन कब्जा करना चाहता था. इसलिए वह तनाव में था.

केस – 4

शहर के बाउरीपाड़ा शास्त्री नगर मोहल्ले में 13 नवंबर को मानसिक तनाव में 33 वर्षीय युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह नशे की लत का शिकार था. पत्नी मायके चले जाने के कारण मानसिक तनाव में था.

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