मसानजोर डैम में छोड़े गये कछुओं में से 700 से अधिक मरे

-11 जनवरी को तकरीबन चार हजार कछुओं से लदे एक ट्रक काे पुलिस ने किया था जब्त -12 जनवरी की सुबह डैम में छोड़े गये थे सारे कछुए दुमका : उपराजधानी दुमका से होते हुए तस्करी के लिए ले जाये जा रहे हजारों कछुओं को प्रशासन ने मसानजोर में छोड़ तो दिया था, लेकिन अब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2016 8:06 AM
-11 जनवरी को तकरीबन चार हजार कछुओं से लदे एक ट्रक काे पुलिस ने किया था जब्त
-12 जनवरी की सुबह डैम में छोड़े गये थे सारे कछुए
दुमका : उपराजधानी दुमका से होते हुए तस्करी के लिए ले जाये जा रहे हजारों कछुओं को प्रशासन ने मसानजोर में छोड़ तो दिया था, लेकिन अब तक यहां तकरीबन सात सौ से अधिक कछुओं की मौत हो चुकी है. मरे हुए कछुये मसानजोर के तट पर आ गये हैं. मरे हुए कछुये से निकलने वाली दुर्गंध से पूरे इलाके में लोगों का ठहरना तक मुश्किल हो गया है.
दरअसल दुमका में 11 जनवरी की शाम को तकरीबन चार हजार कछुओं से लदे एक ट्रक को नगर थाना में जब्त कर लाया गया था. बाद में नगर थाना में जब दुर्गंध फैलने लगी, तब इन कछुओं को वन विभाग के परिसर अरण्यावली ले जाया गया. उसके बाद 12 जनवरी की सुबह इन सारे जीवित कछुओं को मसानजोर में डाल दिया गया था. उस वक्त भी कई मरे हुए कछुये मिले थे.
आज कराया जायेगा पोस्टमार्टम
वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि मसानजोर में अभी लगभग सात सौ कछुओं की मौत हो गयी है. इन मृत कछुओं का पहले पोस्टमार्टम कराया जायेगा. फिर उन्हें दफनाया जायेगा. ऐसा लग रहा है कि इन कछुओं की मौत स्ट्रेस ट्रांसपोर्ट की वजह से हुई है.
चंबल से लाये जा रहे थे कछुए
वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने आशंका जतायी है कि इन कछुओं को चंबल जैसे दलदली इलाके से या फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र से तस्करी के उद्देश्य से ले जाया जा रहा था. हालांकि हम इसका पता लगाने में जुटे हैं.

Next Article

Exit mobile version