51 लाख में हुई टॉल टैक्स की बंदोबस्ती
पिछली बार करीब एक करोड़ 75 लाख की लगी थी बोली, पर नहीं हो सका था टॉल टैक्स वसूली का काम शुरू 6 चक्का से अधिक वाले वाहन : 55 रुपये 6 चक्का तक वाले मध्यम वाहन: 25 रुपये चारपहिया वाहनों पर कोई शुल्क नहीं दुमका : पराजधानी दुमका में एक बार फिर से बाहरी […]
पिछली बार करीब एक करोड़ 75 लाख की लगी थी बोली, पर नहीं हो सका था टॉल टैक्स वसूली का काम शुरू
6 चक्का से अधिक वाले वाहन : 55 रुपये
6 चक्का तक वाले मध्यम वाहन: 25 रुपये
चारपहिया वाहनों पर कोई शुल्क नहीं
दुमका : पराजधानी दुमका में एक बार फिर से बाहरी वाहनों के प्रवेश के लिए शुल्क लगेगा. हालांकि पहले चौपहिया वाहनों के प्रवेश पर भी टॉल टैक्स का प्रावधान करते हुए बंदोबस्ती 1 करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये में की गयी थी, पर बड़ी बोली लगाने वाले विजेंद्र सिंह का पैसा फंस गया था. लगभग एक करोड़ रुपये उनके द्वारा पहली किस्त में दी गयी थी, पर जब वसूली के आदेश उन्हें नहीं मिले, तो नगर पर्षद को धीरे-धीरे पैसा वापस करना पड़ा.
कुछ इन्हीं वजहों को लेकर ही इस बार बोली एक तिहाई से भी कम लगी. 51 लाख रुपये तक ही बोली पहुंची, जबकि डाक 50 लाख रुपये से ही खुला था. इस बार चौपहिया वाहनों को टॉल टैक्स से मुक्त रखे जाने का प्रावधान भी छोटी बोली का कारण बना. 51 लाख रुपये में इसकी बंदोबस्ती मिहिजाम के मुन्ना जरुल हसन ने अपने नाम करायी. यह बंदोबस्ती साल भर के लिए हुई. टॉल टैक्स के लिए राजेश पाठक, बासुकिनाथ सिंह, पवन शर्मा, चंद्र प्रकाश चंद्र और विजेंद्र सिंह बोली लगाने वालों में शामिल थे.
वहीं बरसों से बंद पड़े चिल्ड्रेन पार्क कैफेटेरिया की बंदोबस्ती शिलजीत सिंह उर्फ शीलू ने अपने नाम करा ली. इसके लिूए बोली डेढ़ लाख रुपये से शुरु हुई और महज सात हजार 300 रुपये आगे बढ़कर थम गयी. कैफिटेरिया की बंदोबस्ती तीन साल के लिए हुई है. इसके लिए प्रियेश कुमार, परमेश्वर दत्त, सुभाष राम, संदीप कुमार, रमेश दास, सुधीर, अमित, मिथुन आदि भी बोली लगा रहे थे.