दुमका : दुमका में एक ट्रक में जूट के 75 बोरे में भरे जिन हजारों कछुओं को बरामद किया गया था, उन कछुओं की प्रजाति ‘गंगेटिक’ है. ऐसी प्रजातियों के कछुओं की तस्करी के अब तक अधिकांश मामले जो सामने आये हैं, वन विभाग अब उसका अध्ययन कर रहा है. इसमें वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की भी मदद ली जा रही है. ऐसे कछुओं की तस्करी के सबसे अधिक मामले नोएडा, मैनपुरी, इटावा से लेकर पश्चिम बंगाल तक के आये हैं.
ऐसे में कयास यही लगाया जा रहा है कि इस धंधे का कोरिडोर यह रूट ही था. जहां से संभवत: बंगला देश तक कछुओं को पहुंचाना आसान था. आशंका यह भी जतायी जा रही है कि यदि इसे बांग्लादेश ले जाने की तैयारी नहीं थी, तो इसे नार्थ-इस्ट स्टेट में खपा दिया जाता.