???::?????? ?? ??????????? ?? ????? ?????
ओके::झामुमो ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका फ्लैग-स्थानीय नीति का विरोध फोटो : 08 जाम 16 कोर्ट प्रतिनिधि 4 जामताड़ाराज्य सरकार द्वारा पारित स्थानीय नीति के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोरचा के जिला कमेटी द्वारा पुराना अस्पताल चौक पर मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला फूंका गया. इस दौरान कार्यकर्ताआें ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. […]
ओके::झामुमो ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका फ्लैग-स्थानीय नीति का विरोध फोटो : 08 जाम 16 कोर्ट प्रतिनिधि 4 जामताड़ाराज्य सरकार द्वारा पारित स्थानीय नीति के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोरचा के जिला कमेटी द्वारा पुराना अस्पताल चौक पर मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला फूंका गया. इस दौरान कार्यकर्ताआें ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. नाला के विधायक सह जिला कमेटी के सचिव रविंद्रनाथ महतो ने कहा कि यह स्थानीय नीति मूलवासी और आदिवासियों के साथ धोखा है. स्थानीय नीति की मांग जयपाल सिंह के समय से ही की जा रही थी. रघुवर सरकार का स्थानीय नीति छलावा और धोखा है. पुतला दहन में पार्टी के अशोक मंडल, रविंद्रनाथ दुबे, सत्यजीत मिश्रा, महफुज आलम, साकेश सिंह, जीतू सिंह, मुखिया निदेश मुर्मू, लखींद्र मुर्मू, कमल टुडू, कमल मरांडी, नागेंद्र मुर्मू, धरमेंद्र हेंब्रम, पंचानन सोरेन, आनंद टुडू आदि उपस्थित थे. …………………………………………..स्थानीय नीति झारखंडियों के साथ धोखा के समान फोटो : 08 जाम 19 अब्दुल मन्नान, 20 अशोक मंडल प्रतिनिधि 4 जामताड़ाझारखंड प्रदेश में स्थानीय नीति के लागू होते ही राजनीतिक माहौल गरम हो गया है. झाविमो के अल्पसंख्यक मोरचा के केंद्रीय सचिव अब्दुल मन्नान अंसारी ने इसे झारखंडियों के साथ धोखा बताया है. श्री अंसारी ने कहा कि किसी भी प्रदेश की स्थानीय नीति उस प्रदेश के अंतिम सर्वे सेटेलमेंट के तहत बनायी जाती है. झारखंड में 1932 का सर्वे सेटेलमेंट अंतिम सर्वे है. सर्वे खतियान को आधार मानकर स्थानीय नीति लागू करने की मांग झाविमो ने की थी. लेकिन प्रदेश में बाहरी मुख्यमंत्री होने के कारण बाहरी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से स्थानीय नीति बनायी गयी है. जो झाविमो झारखंडियों के साथ धोखा है. झारखंड मुक्ति मोरचा के केंद्रीय समिति सदस्य अशोक मंडल ने कहा कि स्थानीय नीति 1932 के खतियान के आधार पर होनी चाहिए थी. लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास बाहरी होने से बाहरी को मदद पहुंचाने के लिए यह नीति बनी.