राज्य घोर पेयजल संकट की ओर
कहा : कहीं लातूर सी स्थिति न बन जाय
राज्य में आधे से अधिक चापाकल खराब
300 बड़ी जलापूर्ति योजनाओं में भी 90 प्रतिशत ठप
दुमका : राज्य गंभीर जलसंकट की ओर जा रहा है. इस संकट की लाल बत्ती जल चुकी है. लातूर सी स्थिति यहां न बने, इसके लिए सरकार को गंभीर और ठोस पहल करनी चाहिए. उक्त बातें जेवीएम के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने कही. उन्होंने बताया कि इस जल संकट को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है. कहा कि राज्य के आधे से अधिक शहरों में जलस्तर 10 मीटर से अधिक नीचे चला गया है.
पलामू जैसे जिले में तो स्कूल में एमडीए तक जल संकट से बंद हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में आधे से अधिक चापाकल खराब पड़े हुए हैं. 24 जिलों में 5000 लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं में से अधिकांश अधूरे हैं या चालू नहीं किये गये हैं. 300 वृहत जलापूर्ति योजनाओं में भी 90 प्रतिशत ठप पड़े हुए हैं. आज तक धनबाद, रांची, बोकारो और देवघर जैसे शहरों में जलापूर्ति योजना को पूर्ण नहीं कराया जा सका.