दुमका : समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी ने दुमका जिले में पेयजल एवं विद्युत से संबंधित समस्याओं को लेकर बुलायी गयी एक अति महत्वपूर्ण बैठक में संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है कि किसी भी सूरत में मसानजोर डैम का पानी पश्चिम बंगाल को न छोड़ा जाय. उन्होंने भीषण गरमी के मद्देनजर जलसंकट की आशंकाओं को देखते हुए अलर्ट रहने को कहा है. उन्होंने जिले में चापाकल की स्थिति सुधारने व शीघ्र मरम्मत करवाने,
प्राथमिकता के आधार पर हॉस्टल, स्कूल व अस्पताल में पानी-बिजली की व्यवस्था सुदृढ़ रखने का निर्देश दिया. ग्रामीण लघु जलापूर्ति योजनाओं के साथ-साथ शहरी जलापूर्ति योजना के विस्तारीकरण के तहत पाइप बिछाने के बचे हुए कार्य को बिना विलंब किये पूरा कराने को कहा गया. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को यह निर्देश दिया गया कि शहरी पेयजलापूर्ति योजना पानी एक भी दिन बाधित न हो.
मसानजोर डैम को…
विकट परिस्थिति के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाओं के लिए भी आवश्यक तैयारी करके रखे जाने का आदेश दिया गया. मसानजोर के जलस्तर पर लगातार नजर बनाये रखने तथा जलापूर्ति नियमित रखने के लिए आवश्यकता पड़ने पर ट्रेंच कटिंग कराने के भी सुझाव दिये गये. हिजला जलापूर्ति योजना को लेकर भी ऐसा करने को कहा गया. गोशाला व लखीकुंडी के आर्टिजन वेल को भी वैकल्पिक माध्यम बनाने का उन्होंने निर्देश दिया.
विद्युत विभाग को जले ट्रांसफॉर्मर शीघ्र बदलने, जहां आवश्यकता हो, वहां तार लगाने, अटल ग्राम ज्योति योजना के तहत चयनित गांवों का विद्युतीकरण कराने, मैनटेनेंस के लिए बिजली कम से कम काटे जाने, तार की चोरी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश दिये गये. बैठक में डीसी राहुल कुमार सिन्हा, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग के वरीय अधिकारी एवं अभियंता मौजूद थे.