भाजपा नेता भागवत राउत की मौत, मंगलवार को मारी गयी थी गोली
दुमका : भाजपा नेता और पूर्व जिला परिषद् सदस्य भागवत राउत नहीं रहे. मंगलवार की देर रात अपराधियों ने उनके घर के सामने ही नजदीक से गोली मारकर भाग निकले थे. दुर्गापुर ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. शव के दुमका पहुंचते ही तीन बजे सुबह से ही लोगों […]
दुमका : भाजपा नेता और पूर्व जिला परिषद् सदस्य भागवत राउत नहीं रहे. मंगलवार की देर रात अपराधियों ने उनके घर के सामने ही नजदीक से गोली मारकर भाग निकले थे. दुर्गापुर ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. शव के दुमका पहुंचते ही तीन बजे सुबह से ही लोगों ने एंबुलेंस को बीच सड़क में खड़ा कर दुधानी में मसलिया मोड़ के पास जाम कर दिया. देखते-ही-देखते हजारों लोग दुधानी पहुंच गये थे. पोखरा चौक, डीसी चौक, पुसारो पुल और बस स्टैंड जैसे कई अन्य स्थानों पर भी समर्थकों ने जाम कर दिया था. बंद सर्मथक हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.
सुबह तीन बजे से शाम चार बजे तक रहा जाम : सुबह के तीन बजे से शाम के चार बजे तक इस जाम में हजारों ट्रक-बसें और छोटे वाहन फंसे रहे. इधर अपील पर दिन भर दुमका बाजार स्वत: स्फूर्त बंद रहा. स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में लाठीधारी व सशस्त्र पुलिस बलों को शहर में जगह-जगह तैनात किया गया था.
मंत्री डॉ लोईस मरांडी रांची से पहुंची दुमका : घटना की जानकारी मिलने के बाद मंत्री डॉ लोईस मरांडी सीधे रांची से दुमका पहुंची और दुधानी पहुंचकर घटना की जानकारी ली. वे स्व भागवत राउत के आवास भी गयीं तथा उनकी पत्नी जिला परिषद् सदस्य चिंता देवी से मिली. दु:ख की इस घड़ी में उनका ढांढ़स बंधाया. उन्होंने आश्वस्त किया कि हत्यारे बक्शे नहीं जायेंगे.
सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी.
जनप्रतिनिधियों ने उठायी सीबीआइ जांच की मांग
जिला परिषद् अध्यक्ष जॉयस बेसरा, उपाध्यक्ष असीम मंडल, लिट्टीपाड़ा विधायक डॉ अनिल मुर्मू के अलावा दर्जनों जन प्रतिनिधि भी दिन भर शव के साथ सड़क जाम के आंदोलन में डटे रहे. इन्होंने स्व राउत की हत्या की घटना की सीबीआइ से जांच कराने, मसलिया मोड़ का नामकरण भागवत राउत के नाम से करने, मृतक के परिजनों को पचास लाख रुपये का मुआवजा देने, एक पुत्र को सरकारी नौकरी देने तथा पूरे परिवार को सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की.