मौसम व उत्पादकता पर ध्यान देकर कृषि को बढ़ावा देने पर जोर
दुमका : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में सोमवार को क्षेत्रीय अनुसंधान सह प्रसार एवं खरीफ 2016 को लेकर परामर्शदातृ समिति की बैठक निदेशक डाॅ डीके सिंह द्रौण की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में सह निदेशक डा बीके भगत ने संस्थान द्वारा किये जा रहे अनुसंधान कार्यक्रम एवं अन्य गतिविधियों के बारे […]
दुमका : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में सोमवार को क्षेत्रीय अनुसंधान सह प्रसार एवं खरीफ 2016 को लेकर परामर्शदातृ समिति की बैठक निदेशक डाॅ डीके सिंह द्रौण की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में सह निदेशक डा बीके भगत ने संस्थान द्वारा किये जा रहे अनुसंधान कार्यक्रम एवं अन्य गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
वहीं किसानों की समस्याओं के मद्देनजर कृषि वैज्ञानिकों ने फसल व सब्जियों पर अपना अनुसंधान प्रस्तुत किया. इस दौरान मौसम वैज्ञानिक राजू लिंडा ने इस क्षेत्र के लिए पिछले वर्ष किये गये धान के ऊपज पर मौसम के प्रभावों की जानकारी दी और नये कार्यक्रम को प्रस्तुत किया.
शस्य वैज्ञानिक डॉ डब्ल्यू आईन्द ने पाकुड़ जिले में चलाये जा रहे ईसीएफ योजना के बारे में किसानों को बताया. मृदा विज्ञान के वरीय वैज्ञानिक डा पीबी साहा ने बैठक में धान एवं मक्का के विभिन्न प्रभेदों पर किये गये प्रयोग एवं उसकी उपलब्धियों पर, जबकि पौधा प्रजनन से संबंधित कनीय वैज्ञानिक डाॅ सुनील कुमार ने धान, मक्का के विभिन्न शंकर विषयों पर किये गये सफल प्रयोगों को साझा किया. उद्यान के कनीय वैज्ञानिक डाॅ एके साहा ने भिंडी, बांदी, हल्दी आदि पर प्रयोगों पर प्रकाश डाला.
बैठक में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के मुख्य वैज्ञानिक निदेशक डाॅ डीके सिंह द्रौण, बीज एवं संयत्र विभाग के डाॅ आरपी सिंह, डाॅ केके झा, डाॅ एमके सिंह, ई डीके रूसिया, डा रमेश कुमार, डाॅ बीके अग्रवाल सहित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, कृषि विज्ञान केंद्र, वस्तु विशेषज्ञ, लाईन विभाग के कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.