अनियमितता मामले में 42 सेविकाएं-सहायिकाएं चयन मुक्त

दुमका : डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने गुरुवार को एक अहम फैसले में 42 आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविका और सहायिकाओं को चयन मुक्त कर दिया है. इनमें दुमका से तीन, रामगढ़ से दो, जरमुंडी से छह, जामा से छह, रानीश्वर से छह, सरैयाहाट से तीन, शिकारीपाड़ा से तीन, काठीकुंड से दस तथा मसलिया से पांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2016 12:46 AM

दुमका : डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने गुरुवार को एक अहम फैसले में 42 आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविका और सहायिकाओं को चयन मुक्त कर दिया है. इनमें दुमका से तीन, रामगढ़ से दो, जरमुंडी से छह, जामा से छह, रानीश्वर से छह, सरैयाहाट से तीन, शिकारीपाड़ा से तीन, काठीकुंड से दस तथा मसलिया से पांच केन्द्रों की सेविका और सहायिकाएं हैं. शेष के स्पष्टीकरण एवं कारणों पर विचार करते हुए भविष्य में ऐसी गलती की पुनरावृत्ति नहीं करने की कड़ी चेतावनी दी गयी है.

केंद्र मिले बंद, तो ऐसी कार्रवाई तय : डीसी
डीसी ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र पर अंडा सहित निर्धारित पोषाहार दिया जाना चाहिये. सेविका और सहायिकाएं केंद्र में बच्चों की नियमित उपस्थिति भी सुनिश्चित करें. कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. यदि केंद्र में बच्चों के देख-रेख ठीक से नहीं पाया गया या
फिर कोई केंद्र बंद पाया गया तो सेविका सहायिका को अपने दायित्व से मुक्त कर देने में कोई हिचक नहीं होगी. डीसी ने कहा कि जिले में 2000 से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्र जिले में हैं, जिनमें लगभग 100 केन्द्रों के लिए शिकायतें आ रही थी. उन्होंने टीम बनाकर इन केन्द्रों में 12 मार्च को जब औचक छापा वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में डलवाया था. गोपीकांदर की टीम का नेतृत्व स्वयं उन्होंने किया था. जांच के बाद स्पष्टीकरण आदि पूछे गये थे.

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