सुसनिया में फूंका सीएम का पुतला
विरोध . स्थानीयता नीति के खिलाफ मोड़े मांझी बैसी का प्रदर्शन सरकार द्वारा घोषित स्थानीयता नीति का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके विरोध में मोड़े मांझी बैसी की बैठक कर सरकार की नीति का विरोध किया. इस नीति को मूलवासियों के लिए अहितकारी बताया. दुमका : जिले के रामगढ़ प्रखंड के […]
विरोध . स्थानीयता नीति के खिलाफ मोड़े मांझी बैसी का प्रदर्शन
सरकार द्वारा घोषित स्थानीयता नीति का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके विरोध में मोड़े मांझी बैसी की बैठक कर सरकार की नीति का विरोध किया. इस नीति को मूलवासियों के लिए अहितकारी बताया.
दुमका : जिले के रामगढ़ प्रखंड के सुसनिया पंचायत धोधूमा गांव में बुधराई हेंब्रम, साबित टुडू और सोम मरांडी की संयुक्त अध्यक्षता में रघुवर सरकार द्वारा घोषित स्थानीयता नीति को लेकर मोड़े मंझी बैसी की बैठक की गयी. जिसमें इस पंचायत के ग्राम प्रधानों और ग्रामीणों ने भाग लिया. इस नीति को आदिवासियों-मूलवासियों के विरोध में बताते हुए कहा कि इसमें स्थानीय निवासी को जिस तरह से परिभाषित किया गया है वह न्याय संगत नहीं है.
इसके केंद्र बिंदु में सिर्फ और सिर्फ बाहरी लोगों को झारखंड का स्थानीय निवासी बनाने की स्वार्थपरक मंशा है. इस नीति से यहां के आदिवासी और मूलवासियों के अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न लग गया है. मोड़े मांझी ने कहा सरकार और टीएसी जिस तरह सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन की नीति पर काम कर रही है, उससे झारखंड के गरीब आदिवासी और गरीब मूलवासियों का शोषण होगा.
वैसी ने सीएम रघुवर दास, कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी एवं भाजपा के प्रदेश के अध्यक्ष सह बोरियो के विधायक ताला मरांडी के साथ-साथ टीएसी सदस्यों का पूतला फूंका गया. 1932 खतियान को ही आधार मानकर स्थानीयता नीति परिभाषित किया करने तक सभी सरकारी नियुक्ति स्थगित करने की मांग की. कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो ग्रामीण सड़क पर उतरकर आन्दोलन के लिय विवश होगे. जरुरत पड़े तो जेल भरो आंदोलन भी किया जायेगा. मौके पर जलाउद्दीन अंसारी, बिटका किस्कू,प्रियरंजन हांसदा, कटकी राय, गंगा हेम्ब्रम, पटवारी सोरेन, मोसो मरांडी, रसिक मुर्मू, बैजुन मुर्मू, चंदाय टुडू, रामजीवन किस्कू, पाने टुडू उपस्थित थे.