महीने भर बाद मूक बधिर बालक पहुंचा घर
दुमका : सदर अस्पताल में पिछले एक पखवारे से रखे गये मूक बधिर बालक को उसके परिजन घर ले गये. मंगलवार को नगर थाना के सीडब्ल्यूओ दिलीप गगराई ने बालक सुरेश को सीडब्ल्यूसी बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया था. समिति के समक्ष सुरेश की माता तालो देवी ने बताया कि उनका घर बिहार […]
दुमका : सदर अस्पताल में पिछले एक पखवारे से रखे गये मूक बधिर बालक को उसके परिजन घर ले गये. मंगलवार को नगर थाना के सीडब्ल्यूओ दिलीप गगराई ने बालक सुरेश को सीडब्ल्यूसी बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया था. समिति के समक्ष सुरेश की माता तालो देवी ने बताया कि उनका घर बिहार के बांका जिला के बौंसी प्रखंड के बबनगांवां पंचायत के सिमरा गांव में है. उनका पुत्र सुरेश 2 जून को घर से निकल कर बौंसी चला आया था, जहां एक परिचित व्यक्ति ने फोन से घर खबर कर बताया कि उनका बच्चा यहां भटक रहा है.
तब सुरेश की मां तालो टुडू आंगनबाड़ी सेविका के साथ भागे भागे बौंसी पहुंची पर बालक नहीं मिला. तब से घर वाले इसे लगातार खोज रहे थे. तालो ने बताया कि उसका पुत्र मानसिक एवं मिर्गी का मरीज है जिसका सही इलाज नहीं हो पाया है. तालो ने बताया कि सुरेश के पिता सिधु मुर्मू भी दिव्यांग है,
जो घर पर ही रहता है. बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट ने सुनवाई करते हुए बालक के सर्वोत्तम हित को देखते हुए बालक को उनकी माता तालो टुडू, फूफा परमेश्वर मरांडी, फुआ फुलमणि मुर्मू को सौंप दिया गया. समिति के समक्ष स्वयंसेवी संस्था होली फेथ हेल्पिंग सोसाइटी के अल्फ्रेड चेसनी व सूरज पांडेय ने बताया कि मूक बधिर बालक का समुचित इलाज व परिवार को सरकारी योजना का लाभ दिलाने में मदद करेगा. सुनवाई में सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार यादव, सदस्य सिकंदर मंडल, नूतन बाला, अन्नू, शकुंतला दुबे शामिल थे.