सीएम सहित अन्य का फूंका पुतला

मांझी थान शिलान्यास प्रकरण. एक गांव में दो मांझी थान बनाये जाने का विरोध दुमका : मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा बांसकनाली गांव में संताल आदिवासियों का पूज्य स्थल मांझी थान रहते हुए दूसरा मांझी थान का शिलान्यास किये जाने के विरोध में दुन्दिया गांव में नायकी की अध्यक्षता में दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखड़ा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2016 5:27 AM

मांझी थान शिलान्यास प्रकरण. एक गांव में दो मांझी थान बनाये जाने का विरोध

दुमका : मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा बांसकनाली गांव में संताल आदिवासियों का पूज्य स्थल मांझी थान रहते हुए दूसरा मांझी थान का शिलान्यास किये जाने के विरोध में दुन्दिया गांव में नायकी की अध्यक्षता में दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखड़ा और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी, ग्राम प्रधान मांझी संगठन के प्रमंडलीय अध्यक्ष भीम प्रसाद मंडल, प्रो शर्मीला सोरेन और बांसकनाली गांव के प्रधान का पुतला फूंका. एक गांव में पहले से मांझी थान रहते हुए दूसरे मांझी थान का शिलान्यास किये जाने पर प्रतक्रिया जताते हुए लोगों ने कहा कि इससे संताल आदिवासियों की धार्मिक भावना को ठेस पहुचा है. उनका कहना था कि अगर वास्तव में झारखण्ड सरकार आदिवासियों की हितेषी है
तो कई गांवों में अभी तक मांझी थान और जाहेर थान का पक्कीकरण क्यों नहीं कराने की पहल करती. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार और ग्राम प्रधान मांझी संगठन को गांव को जोड़ने का काम करना चाहिये ना कि गांव को तोड़ने का काम करना चाहिए. अगर गांव में दो मांझी थान हो जायेंगे तो गांव में दो मांझी बन जायेंगे, जो गांव के समरसता को बिगाड़ने का काम ही करेगा. इससे गांव का विकास रुकेगा. मौके में नर्मिला टुडू, फुलमुनी मरांडी, आशा मुर्मू, ललिता मुर्मू, जुली टुडू, बिटिया टुडू, पोलिना मुर्मू, सोनोती किस्कू, तारा टुडू, बहामुनी हेम्ब्रोम, फुलमुनी किस्कू, सुमिता सोरेन, सुरेश टुडू, मंगल मुर्मू, बाबूराम मुर्मू के साथ कई ग्रामीण महिला और पुरुष उपस्थित थे.

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