दुमका : राज्य के दो बड़े कर्मचारी महासंघ का जल्द ही एकीकरण हो जायेगा. इसके लिए दोनों संगठनों के बीच आम सहमति भी बन चुकी है.11 फरवरी को रांची के वन परिषद् में राज्य कन्वेंशन के साथ ही अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ से संबद्ध झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ एवं झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोपगुट) का विधिवत एकीकरण हो जायेगा.
दोनों ही संगठनों के जिलामंत्री लक्ष्मीकांत झा ‘लोकेश’ एवं अरुण कुमार साह की मौजूदगी में एक विस्तृत बैठक महासंघ कार्यालय में हुई, जिसमें नेताद्वय ने कहा कि सरकार और प्रशासन कर्मचारियों के बिखराव का फायदा उठा रही है.
कर्मचारियों की समस्या, कर्मचारी विरोधी नीति एवं घटते कार्यबल व बढ़ते बोझ का एहसास करते हुए दोनों संगठनों ने यह फैसला किया है. इन्होंने पिछले सप्ताह एकीकृत राज्य महासंघ के प्रतिनिधियों तथा कार्मिक सचिव के बीच हुई वार्ता से अवगत कराया और बताया कि सरकार से एसीपी प्रोन्नति, कालबद्ध प्रोन्नति एवं एमएसीपी संपुष्टि को सरल करने के लिए जिलास्तर पर आदेश निर्गत करने, समाहरणालय व मुफस्सिल विभागों के लिपिकों का वेतनमान प्रोन्नति संबंधित विसंगति को दूर करने जैसे मसलों पर चरचा हुई है, जिसका लाभ सांगठनिक एकता की बदौलत ही हासिल किया जा सकता है.
बैठक में प्रद्युम्न प्रसाद शर्मा, अलख निरंजन प्रसाद, सच्चिदानंद मिश्र, यदुनाथ राय, वीरेंद्र साह, मो यासिन अंसारी, राजेश सोरेन, लालदेव मिश्र, श्याम किशोर झा, जयप्रकाश झा, कुंदन कुमार झा, विनोद शर्मा, नीरज घोष, शशिशेखर झा, मुनिंद्र बेसरा, निमाई चंद्र गण, बेंजामिन मरांडी आदि मौजूद थे.