अपहरण के 10 घंटे बाद ही कर दी थी श्रवण की
हत्या के बाद भी मांग रहे थे अपहरणकर्ता फिरौती की रकमप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, […]
हत्या के बाद भी मांग रहे थे अपहरणकर्ता फिरौती की रकम
22 अगस्त की शाम अंडा खिलाने के बहाने श्रवण का किया अगवा
कांड का मास्टर माइंड बुढ़ीकुरुवा का मिथुन व बेलगुमा का विकास कुमार
दुमका : 12 वर्षीय श्रवण का अपहरण करने वाले अपराधियों ने अपहृत किये जाने के दस घंटे बाद ही उसकी हत्या कर दी थी. उसकी निर्ममता से हत्या करने के बाद भी फिरौती की रकम की मांग अपहर्ता करते रहे थे. मामले का खुलासा करते हुए डीएसपी-2 रोशन गुड़िया ने कहा कि बेलगुमा जरमुंडी निवासी अशोक मंडल के भांजा श्रवण को 22 अगस्त की शाम अंडा खिलाने के बहाने अगुवा कर लिया गया था. 23 अगस्त की सुबह तकरीबन साढ़े पांच बजे भोर में ही उसकी हत्या रस्सी से गला घोंट कर कर दी गयी थी. हत्या से आधे घंटे पहले परिजनों को फोन कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी थी.
अपहर्ताओं ने श्रवण के मामा अशोक मंडल को फोन किया था. इस दौरान अपहर्ताओं में से एक विकास कुमार हजारी को श्रवण ने पहचान लिया. उधर विकास पर भी लोगों के शक की सूई घूमने लगी थी. ऐसे में विकास को डर सताने लगा था कि फिरौती की रकम मिल भी गयी, तो श्रवण को मुक्त कर देने के बाद भी उनका सच सामने आ जायेगा,
लिहाजा उसने श्रवण को ही मार डालने के लिए दबाव बनाया. फिरौती की रकम मांगे जाने के आधे घंटे बाद ही इन सभी ने श्रवण का गला रस्सी से घोंट दिया और शव को फेंक दिया. हालांकि उसकी हत्या के बाद भी वे अपनी पहचान छिपाते हुए फिरौती की रकम के लिए फोन करते रहे थे. हत्या के चार दिन बाद शव बरामद हो सका था.