एक डाॅक्टर संभाल रहे चार पशु अस्पताल
समस्या. पशुपालक बंगाल के चिकित्सकों के भरोसे, महंगा पड़ रहा इलाज एक डॉक्टर को है रानीश्वर, आसनबनी व गांदो अस्पताल का प्रभार रानीश्वर : प्रखंडस्तरीय पशु चिकित्सालय व प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय आसनबनी डाॅक्टर विहीन हो गया है. लंबे समय से दोनों पशु अस्पताल में डाॅक्टर नहीं हैं. इससे पशुपालकों को परेशानी हो रही है़ […]
समस्या. पशुपालक बंगाल के चिकित्सकों के भरोसे, महंगा पड़ रहा इलाज
एक डॉक्टर को है रानीश्वर, आसनबनी व गांदो अस्पताल का प्रभार
रानीश्वर : प्रखंडस्तरीय पशु चिकित्सालय व प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय आसनबनी डाॅक्टर विहीन हो गया है. लंबे समय से दोनों पशु अस्पताल में डाॅक्टर नहीं हैं. इससे पशुपालकों को परेशानी हो रही है़ पशुपालकों को प्राइवेट डाॅक्टर से या बंगाल के डाॅक्टर से चिकित्सा करानी पड़ रही है. डाॅक्टर व कर्मी की कमी के कारण सरकारी पशु अस्पताल से पशुपालकों को कृत्रिम गर्भाधान का लाभ भी नहीं मिल रहा है. रानीश्वर में प्रखंड पशु चिकित्सक डॉ आसिफ अहमद के स्थानांतरण हो जाने के बाद से यहां डाॅक्टर का पद रिक्त है़ वहीं आसनबनी पशु अस्पताल में लंबे समय से डाॅक्टर नहीं है़
प्रखंड मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय में वर्तमान में एक भी कर्मी नहीं है़ यहां पदस्थापित कर्मी 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो चुके हैं. सदर प्रखंड के रानीबहाल पशु अस्पताल के टीवीओ डॉ जियाउल हुसैन सरवर रानीश्वर के अतिरिक्त प्रभार में है़ं डॉ सरवर ने बताया कि वह मंगलवार को रानीश्वर तथा गुरुवार को आसनबनी अस्पताल में बैठते हैं. इसके अलावे सदर प्रखंड का गांदो भी उन्हीं के प्रभार में है़ एक वैटनरी डाॅक्टर को चार-चार अस्पताल संभालना पड़ रहा है़ रानीश्वर प्रखंड मुख्यालय में एक प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी तथा एक टीवीओ का पद सृजित है़ प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी के अधीन तीन कर्मी व टीवीओ के अधीन तीन कर्मियों का पद सृजित है़ वर्तमान में सभी पद रिक्त है़ अस्पताल प्रतिदिन खोलने के लिए भी कर्मी नहीं है़ डॉ सरवर ने बताया कि आसनबनी में एक नये कर्मी ने योगदान किया है. पशु चिकित्सकों की कमी के कारण सभी को परेशानी झेलनी पड़ रही है.