लॉ कॉलेजों में एसपीटी एक्ट की नहीं सीएनटी की हो रही पढ़ाई
दुमका : दुमका के एसपी लॉ कालेज एवं देवघर के देवघर लॉ कॉलेज में संतालपरगना काश्तकारी अधिनियम यानी एसपीटी एक्ट की पढ़ायी नहीं हो रही. बल्कि यहां सीएनटी अर्थात छोटानागपुर काश्तकारी कानून की पढ़ायी हो रही है. 2009 में ही इस विश्वविद्यालय में विधि की पढ़ायी प्रारंभ हुई थी. दरअसल 2009 में इस विश्वविद्यालय ने […]
दुमका : दुमका के एसपी लॉ कालेज एवं देवघर के देवघर लॉ कॉलेज में संतालपरगना काश्तकारी अधिनियम यानी एसपीटी एक्ट की पढ़ायी नहीं हो रही. बल्कि यहां सीएनटी अर्थात छोटानागपुर काश्तकारी कानून की पढ़ायी हो रही है. 2009 में ही इस विश्वविद्यालय में विधि की पढ़ायी प्रारंभ हुई थी. दरअसल 2009 में इस विश्वविद्यालय ने जिस रेगुलेशन को अपनाया था, वह रांची विश्वविद्यालय का था. उसमें सीएनटी एक्ट को ही विषय सूची में शामिल किया गया था.
एसकेएम विश्वविद्यालय के लॉ कार्डिनेटर डॉ अजय सिन्हा ने बताया कि इसमें एसपीटी एक्ट को भी शामिल करने की पहल होगी. इसे एडवायजरी कमेटी की बैठक के उपरांत एकेडेमिक काउंसिल की बैठक में लाया जायेगा और फिर बोर्ड आफ स्टडीज की बैठक में रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि अनुमति मिलेगी तो इसी सत्र से अन्यथा अगले सत्र से एसपीटी एक्ट की पढ़ायी करायी जायेगी. इधर मामले में झारखंड बार काउंसिल के सदस्य गोपेश्वर प्रसाद झा ने कहा कि अगर एसपीटी एक्ट की पढ़ायी इस क्षेत्र के लॉ कॉलेज में नहीं हो रही है, तो यह दुभार्ग्यपूर्ण है.