मुर्गी पालकों को पढ़ाया आत्मनिर्भरता का पाठ

वैकयार्ड पॉल्ट्री पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित मुर्गी को होने वाली बीमारी एवं उसके बचाव के बताये उपाय बासुकिनाथ : झारखंड सरकार ग्रामीण विकास विभाग के निर्देश पर बुधवार को झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी द्वारा प्रखंड सभागार जरमुंडी में मुर्गी पालकों को वैकयार्ड पॉल्ट्री पर एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. शिविर में प्रखंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2016 5:17 AM

वैकयार्ड पॉल्ट्री पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित

मुर्गी को होने वाली बीमारी एवं उसके बचाव के बताये उपाय
बासुकिनाथ : झारखंड सरकार ग्रामीण विकास विभाग के निर्देश पर बुधवार को झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी द्वारा प्रखंड सभागार जरमुंडी में मुर्गी पालकों को वैकयार्ड पॉल्ट्री पर एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. शिविर में प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार दास मुख्य रूप से उपस्थित थे. बीडीओ ने मुर्गी पालकों को आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि राज्य में आजीविका के लिए खेती व पशुपालन का विशेष महत्व है. 70 प्रतिशत आबादी तो गांव में निवास करती है. राज्य की उन्नति में गांव की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्य रूप से आजरीविका का आधार खेती या फिर पशुपालन है.
मुर्गी को होने वाली बीमारी एवं उसके बचाव के उपाय बताये. उन्होंने कहा कि मुर्गी में टीकाकरण कर बीमारी का रोकथाम किया जा सकता है. वाइपी राखी, मुर्गी प्रशिक्षक संजय पाल एवं उमेश साह ने बताया कि मुर्गी पालन ऐसा व्यवसाय है कि यदि इसमें थोड़ी सी सावधानी रखा जाये तो अपनी आजीविका को काफी बढ़ाया जा सकता है. एक मुर्गी साल में 45 अंडे देती है. मुर्गी का घर पूर्व से पश्चिम की दिशा में होनी चाहिए इससे मुर्गी का घर ठंडा रहता है. प्रशिक्षण शिविर में काफी संख्या में मुर्गी पालक पहुंचे थे.

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