कुंभ मेला जैसी व्यवस्था का सुझाव
निर्णय. बाबा बैद्यनाथधाम व बासुकिनाथधाम तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार की बैठक एफओबी के डीपीआर बनवाने के लिये कंसल्टेंट नियुक्त करने का आदेश जलार्पण के लिये टेक्नोलॉजी को और बेहतर बनाने पर जोर शीघ्रदर्शनम दर पुनर्निर्धारित करने की जरूरत पर बल दुमका : संतालपरगना के आयुक्त बालेश्वर सिंह की अध्यक्षता में बाबा बैद्यनाथधाम एवं बासुकिनाथधाम तीर्थ […]
निर्णय. बाबा बैद्यनाथधाम व बासुकिनाथधाम तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार की बैठक
एफओबी के डीपीआर बनवाने के लिये कंसल्टेंट नियुक्त करने का आदेश
जलार्पण के लिये टेक्नोलॉजी को और बेहतर बनाने पर जोर
शीघ्रदर्शनम दर पुनर्निर्धारित करने की जरूरत पर बल
दुमका : संतालपरगना के आयुक्त बालेश्वर सिंह की अध्यक्षता में बाबा बैद्यनाथधाम एवं बासुकिनाथधाम तीर्थ क्षेत्र विकास प्राधिकार के कार्यकारी परिषद की बैठक गुरुवार को हुई, जिसमें श्रावणी मेला 2016 के सफल समापन के लिए मेला में प्रतिनियुक्त सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया गया एवं 2017 के श्रावणी मेला को और बेहतर आयोजन के लिए बैठक में उपस्थित सदस्यों से सुझाव भी लिये गये. आयुक्त ने ग्रामीण कार्य विभाग के देवघर के कार्यपालक अभियंता को बाबाधाम तथा बासुकिनाथधाम आने वाले श्रद्धालुओं के मंदिर परिसर तक जाने के लिए बनने वाले फुट ओवरब्रीज का डीपीआर बनवाने के लिए कंसलटेंट नियुक्त करने का आदेश दिया.
डीआइजी अखिलेश कुमार झा द्वारा प्रस्ताव दिया गया कि बाबाधाम और बासुकिनाथधाम आने वाले श्रद्धालुओं को जलार्पण कराने में टेक्नोलॉजी का सहयोग लिया जाय. उन्होंने कहा कि आये दिन श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि को देखते हुए पहले से प्रबंधन एवं शीघ्रदर्शनम दर पुनर्निर्धारित करने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने प्रस्ताव दिया कि लाखों की संख्या में पूरे साल आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए कंट्रोलरूम को बेहतर बनाये जाने की आवश्यकता है एवं इसके लिए कुंभ मेला की व्यवस्था के कंसेप्ट को ग्रहण करने की आवश्यकता है. देवघर के एसपी ने प्रस्ताव दिया कि श्रावणी मेला के दौरान भारी तादाद मे आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए क्यू-कॉम्पलैक्स की संख्या को बढ़ाने एवं ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पूर्व से प्रबंध करने तथा सुविधा में बढ़ोतरी के लिए नये और मौलिक सुझाव का स्वागत किये जाने पर बल दिया. कांवरिया आवासन के लिए बासुकिनाथधाम मंदिर के आसपास उपलब्ध सरकारी जमीन पर धर्मशाला के निर्माण के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने पर भी चरचा हुई. उन्होंने कहा कि उक्त धर्मशालाओं में श्रद्धालुओं को दाताओं के माध्यम से मुफ्त में भोजन की व्यवस्था तथा दान के लिए विज्ञापन के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. देवघर एवं दुमका के उपायुक्त को श्रावणी मेला के लिए उनकी अधियाचना के आधार पर क्रमश: 20 लाख एवं 80 लाख रुपये भुगतान की परिषद ने स्वीकृति दे दी. बैठक के दौरान असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी देवघर, भवन, पथ, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग, देवघर नगर निगम के नगर आयुक्त, बासुकिनाथ नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारीके कार्यों की समीक्षा की गयी एवं प्राप्त आवंटन के खर्च की विवरणी तथा अगले वर्ष के लिए बजट तैयार करने का निदेश दिया.