भागलपुर-दुमका के बीच रेल सेवा शुरू
हंसडीहा स्टेशन पर ट्रेन का हरी झंडी दिखाते मंत्री व सांसद दुमका/बांका : केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को भागलपुर-दुमका के बीच पैसेंजर ट्रेन का ऑनलाइन शुभारंभ किया. हंसडीहा रेलवे स्टेशन पर इस बाबत पूर्व रेलवे द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद […]
हंसडीहा स्टेशन पर ट्रेन का हरी झंडी दिखाते मंत्री व सांसद
दुमका/बांका : केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को भागलपुर-दुमका के बीच पैसेंजर ट्रेन का ऑनलाइन शुभारंभ किया. हंसडीहा रेलवे स्टेशन पर इस बाबत पूर्व रेलवे द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे, उत्तर-पूर्वी दिल्ली
के सांसद
भागलपुर-दुमका के…
मनोज तिवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शहनबाज हुसैन, समाज कल्याण मंत्री लोइस मरांडी, देवघर विधायक नारायण दास व गोड्डा विधायक अमित मंडल ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर इस ट्रेन को दुमका के लिए रवाना किया. मौके पर सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों की चिर प्रतिक्षित मांग पूरी हुई है. जल्द ही इस रुट पर कई ट्रेनें चलेंगी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय रेलमंत्री रेलवे के विस्तार के लिए लगातार पहल कर रहे हैं. उन जगहों पर रेल सेवा आरंभ हो रही है, जहां के लोगों ने रेल देखा तक नहीं है.
अटल-दिग्विजय का हुआ सपना पूरा : शाहनवाज
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भागलपुर से दुमका तक ट्रेन के परिचालन के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व तत्कालीन रेल राज्यमंत्री स्व दिग्विजय सिंह का सपना पूरा हुआ है. आनेवाले दिनों में बड़ी-बड़ी ट्रेनें इस क्षेत्र के लोगों को सलाम करते हुए गुजरेंगी.
मनोज तिवारी ने अपने गाने से लुभाया
गायक व सांसद मनोज तिवारी ने अपने सुरमयी आवाज से हंसडीहावासियों को लुभाया. कहा कि वे सड़क मार्ग से हंसडीहा से गुजरते रहे हैं. आज यहां के लोगों के चेहरे पर मुस्कान दिख रही है. दिल्ली पहुंचकर पीएम नरेंद्र मोदी को वे बतायेंगे.
पीएम ने भी किया रि-ट्वीट
मनोज तिवारी ने मंच पर बैठे-बैठे ही टवीट् किया कि वे लोग आज हंसडीहा पहुंचे हैं, जहां से भागलपुर-दुमका के बीच रेल सेवा प्रारंभ हो रही है. उनके इस टवीट को पहले शहनबाज हुसैन ने, फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रि-टवीट् किया. मनोज तिवारी ने मंच से ही खुद इसे साझा किया.
17 साल बाद सपना हूआ पूरा
मंदारहिल-दुमका, जसीडीह-दुमका तथा दुमका से रामुपरहाट तीन रेल परियोजनाएं एक साथ वर्ष 1999 में शुरु हुई थी. मंदारहिल-दुमका के बीच इस रेल परियोजना के तहत भागलपुर से हंसडीहा तक ट्रेन का परिचालन हो रहा था, जबकि बारापलासी से हंसडीहा के बीच 20 किमी हिस्से पर काम बचे रहने के कारण ट्रेन भागलपुर से दुमका तक नहीं जा पा रही थी. ऐसे में रामपुरहाट से दुमका आनेवाली ट्रेन ही बारापलासी तक जाया करती थी. वहीं जसीडीह-दुमका मार्ग पर ट्रेन का परिचालन हो रहा है. इस रुट से रांची-दुमका इंटरसिटी ट्रेन भी चल रही है.
मंदारहील-दुमका-रामपुरहाट नयी लाइन परियोजना पूरी
ब्यूरो, नयी दिल्ली
मंदारहील-दुमका-रामपुरहाट नयी लाइन परियोजना 130 किलोमीटर की थी, जिसे दो खंडों में बांटकर पूरा किया गया है. 2001-02 में स्वीकृत रामपुर हाट-मंदारहील वाया दुमका(130.20 किमी) रेलवे लाइन की कुल लागत 907.86 करोड़ रुपये थी. इस परियोजना को पूरा करने की प्लानिंग दो फेज में की गयी. पहला दुमका से रामपुरहाट(64.36 किमी.) एवं दूसरा, मंदारहील से दुमका(65.90 किमी.).
रेल खंड रामपुर हाट-दुमका कॉस्ट शेयरिंग के आधार पर बना है जिसमें रेल मंत्रालय और राज्य सरकार दोनों की भागीदारी है. 64.36 किलोमीटर रेल लाइन रामपुर हाट से दुमका की लागत 450.81 करोड़ रुपये में से राज्य सरकार ने अपने हिस्से से 251.59 करोड़ रुपये दी है. दूसरे खंड के दुमका-रामपुरहाट रेल लाइन जिसकी लंबाई 64.30 किलोमीटर है, उसे भी जून 2015 में जनता को समर्पित कर दिया गया. इसी तरह से मंदारहील-हंसडीहा(24.25 किमी) और दुमका-बारापलासी(13.80 किमी) को यात्री के लिए क्रमश: दिसंबर 2012 व फरवरी 2014 में शुरू किया गया. वहीं 28.15 किलोमीटर हंसडीहा-बारापलासी रेल खंड को जनवरी 2016 में खोल दिया गया.
हंसडीहा-बारापलासी रेल खंड को बुधवार को यात्रियों के लिए खोल दिया गया है. यह पूरा सेक्शन भागलपुर से रामपुरहाट वाया दुमका है. इस रेल खंड के शुरू होने के बाद पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित रामपुर हाट नये रूट के रूप में शुरू हो गया है. इस नये रूट से बद्रीनाथ धाम (देवघर), दुमका में बासुकीनाथ और मलाैती मंदिर व मसंजोर धाम के दर्शन करने में आम लोगों को सुविधा होगी. वहीं दुमका-भागलपुर रेलवे लाइन रेलवे ट्रैफिक के लिए हावड़ा-भागलपुर को वैकल्पिक मार्ग के रूप में भी प्रयोग किया जायेगा. इस रेलखंड के शुरू होने के बाद भागलपुर से दुमका सीधे जुड़ गया है. इसकी दूरी अब 116 किलोमीटर होगी. जबकि भागलपुर से दुमका वाया साहेबगंज की दूरी 272 किलोमीटर थी. इस रेलखंड के पूरा होने के बाद रामपुर हाट-भागलपुर के लिए एक वैकल्पिक रूट भी मिल गया है. जो पुराने रूट से 27 किलोमीटर कम है. इस अवसर पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से प्रदेश सहित अन्य राज्यों को भी इसका फायदा मिलेगा. उन्होंने इस रेलखंड के पूरा होने के बाद यात्रियों के काफी समय बचने की बात कही. रेल मंत्री मनोज सिन्हा और राजेन गोहिन भ्री उपस्थित थे.
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