छात्रवृति के लिए 50 प्रतिशत प्राप्तांक की अनिवार्यता समाप्त हो

एसपी कॉलेज में आयोजित छात्र समन्वय समिति की बैठक में उठी मांग, कहा दुमका : छात्र समन्वय समिति की बैठक एसपी कॉलेज परिसर में सोमवार को संयोजक अनिल मरांडी की अध्यक्षता में हुई. जिसमें छात्रवृति संबंधित विभिन्न समस्याओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया तथा प्रावधानों व अहर्ताओं को लेकर किये गये बदलाव पर आक्रोश जताया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2016 12:15 AM

एसपी कॉलेज में आयोजित छात्र समन्वय समिति की बैठक में उठी मांग, कहा

दुमका : छात्र समन्वय समिति की बैठक एसपी कॉलेज परिसर में सोमवार को संयोजक अनिल मरांडी की अध्यक्षता में हुई. जिसमें छात्रवृति संबंधित विभिन्न समस्याओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया तथा प्रावधानों व अहर्ताओं को लेकर किये गये बदलाव पर आक्रोश जताया. छात्रों ने राज्य सरकार द्वारा कल्याण विभाग से मिलने वाली छात्रवृति पाने के लिए 50 प्रतिशत प्राप्तांक रहने की कथित अनिवार्यता को वापस लेने की मांग की.
छात्रों ने कहा कि सरकार के उदासीन रवैये की ही वजह से सत्र 2015-16 की छात्रवृति पाने से कई छात्र अबतक वंचित है. वंचित छात्रों को छात्रवृति का भुगतान हर हाल में 15 नवंबर तक कराने की मांग छात्रों ने रखी. साथ ही ऑनलाइन छात्रवृति फार्म भरने की प्रक्रिया को देखते हुए प्रमाण पत्र बनवाने में अनावश्यक विलंब किये जाने पर भी छात्रों ने दुख जताया. कहा कि आज के दौर में आय, जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र भी कई प्रखंडों में ऑनलाइन बन रहे हैं.
लेकिन राइट टू सर्विस एक्ट प्रभावी तरीके से लागू नहीं होने के कारण अभिभावक- छात्र परेशान रहते है. इसके लिए केंद्रीयकृत व्यवस्था किये जाने पर इन्होंने बल दिया. छात्रों ने इन सब बिंदुओं पर विचार करते हुए छात्रवृति फार्म भरने की तिथि जनवरी 2017 तक बढ़ाने, स्ववित्तपोषित कोर्स के लिए छात्रवृति को नामांकन फीस के अनुरूप लाने तथा उनके लिए छात्रवृत्ति की अधिकत्तम सीमा 50 हजार से एक लाख रुपये तक वृद्धि करने की मांग की. छात्रों ने कहा कि सत्र विलंब से प्रारंभ होता है,
तो खामियाजा भी छात्रों को ही भुगतना पड़ा है. इससे छात्रवृति में 40 से 50 प्रतिशत कर राशि में कटौती हो जाती है. ऐसी कटौती पर भी रोक लगाने की मांग की गयी. साथ ही साथ छात्रावासों में रसोइया, रात्रि प्रहरी आदि की नियुक्ति सहित अन्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए जोरदार तरीके से आवाज उठाने पर जोर दिया गया.
इसके पहले जिला प्रशासन सहित राज्य सरकार को ज्ञापन भेजने की बात कही गयी. समिति ने चेतावनी देते हुए कहा कि पांच नवंबर तक मांगें पूरी नहीं होने के स्थिति में आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए छह नवंबर को बैठक आहूत की जायेगी. जिसमें अध्यक्ष श्यामदेव हेंब्रम, कोषाध्यक्ष राजेंद्र मुर्मू, एसपी महिला कॉलेज अध्यक्ष रीता किस्कू, आलोक सोरेन, संदीप मुर्मू, संगीता किस्कू, दुलाड़ टुडू, सरवर राजा, फ्रांसिस टुडू, इमानुएल किस्कू, अभिनंदन मुर्मू, प्रमिला सोरेन आदि उपस्थित थे.
एसपी कॉलेज में बैठक करते छात्र समन्वय समिति के सदस्य.

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