छठ घाट सजकर तैयार, खरना आज
आस्था. श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल, नेम निष्ठा के साथ छठ महापर्व शुरू छठव्रतियों के लिए सजकर तैयार हुआ खुटाबांध घाट दुमका : छठव्रतियों के लिए खुटाबांध छठघाट सज कर तैयार है. छठघाट की साफ सफाई के साथ-साथ रंग रंगोन एवं लाइटिंग की भी पूरी व्यवस्था कर दी गई है. समिति के अध्यक्ष विनोद लाल […]
आस्था. श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल, नेम निष्ठा के साथ छठ महापर्व शुरू
छठव्रतियों के लिए सजकर तैयार हुआ खुटाबांध घाट
दुमका : छठव्रतियों के लिए खुटाबांध छठघाट सज कर तैयार है. छठघाट की साफ सफाई के साथ-साथ रंग रंगोन एवं लाइटिंग की भी पूरी व्यवस्था कर दी गई है. समिति के अध्यक्ष विनोद लाल ने बताया कि यहां छठव्रतियों के लिए अच्छी व्यवस्था की गयी है. अमरेन्द्र यादव ने बताया छठव्रतियों की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए घाट में एंबुलेंस, अग्निशामक वाहन, मेडिकल बुथ आदि की मांग प्रशासन से की गई है. अशोक राउत ने बताया कि वाहनों को रखने के लिए दो पार्किंग स्थल बनाया गया है.
वाहनों को रखने के लिए इंडोर स्टेडियम एवं विवाह भवन में पार्किंग की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा बड़ाबांध में छठ को लेकर युद्धस्तर में कार्य जारी है. वही रसिकपुर छठघाट में लगभग तैयारी पूरी कर ली गई है. रसिकपुर छठ पुजा समिति के अध्यक्ष गोवर्धन मंडल एवं सचिव अमरनाथ मिश्र ने बताया कि पंडाल, घाटों की साफ सफाई और लाइटिंग में लगभग साढ़े छह लाख रुपये खर्च किया जा रहा है. छठव्रतियों के लिए पूजा समिति की ओर से मुफ्त पूजन सामग्री का वितरण किया जाएगा.
परंपरागत मान्यता के मुताबिक पुत्रवती महिलाएं अपने पुत्र की दीर्घायु की कामना के साथ छठ माता का पूजन करती हैं. इस त्यौहार पर छठ माता का पूजन करने के साथ उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है.
यह पहला ऐसा व्रत है जिसमें उगते सूर्य के साथ डूबते सूर्य का भी पूज किया जाता है. पुत्रवती महिलाओं के साथ छठ मईया की उपासना पुत्र की कामना के लिए भी की जाती है. मान्यता है कि श्रद्धा और विश्वास के साथ छठ माता का प्रसाद ग्रहण करने वाली महिलाओं के पुत्र की कामना भी पूरी होती है.