झामुमो ने मुख्यमंत्री का पुतला जलाया

विरोध. सीएनटी-एसपीटी एक्ट को लेकर रघुवर सरकार पर लोगों को दिग्भ्रमित करने का आरोप दुमका : झामुमो ने कहा है कि सीएनटी और एसपीटी एक्ट के मसले पर रघुवर सरकार राज्य की जनता को दिग्भ्रमित कर रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार की कथनी-करनी को लेकर टीन बाजार चौक पर पुतला दहन किया. मुख्य रूप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2016 1:09 AM

विरोध. सीएनटी-एसपीटी एक्ट को लेकर रघुवर सरकार पर लोगों को दिग्भ्रमित करने का आरोप

दुमका : झामुमो ने कहा है कि सीएनटी और एसपीटी एक्ट के मसले पर रघुवर सरकार राज्य की जनता को दिग्भ्रमित कर रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार की कथनी-करनी को लेकर टीन बाजार चौक पर पुतला दहन किया. मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह ने कहा कि एक ओर सीएम अनुसूचित जनजाति परामर्शदातृ समिति की बैठक कर दोनों कानूनों में संशोधन का विमर्श करते हैं, जबकि दूसरी ओर सार्वजनिक मंच से कहते हैं कि कोई माय का लाल इन दोनों कानूनों को नहीं बदल सकता. अलग-अलग जगह, अलग-अलग बयान और फिर गुपचुप तरीके से संशोधन का प्रस्ताव राज्यपाल व केंद्र सरकार को भेजना सरकार की मंशा को दर्शाता है.
श्री सिंह ने कहा कि भाजपा का पारदर्शी शासन देने का दावा खोखला है. सरकार अडाणी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों के लिए जमीन की कीमत कम कर रही है और उन्हें औने-पौने दाम में जमीन उपलब्ध कराने के लिए गरीबों-रैयतों को विस्थापित करने की योजना बना चुकी है. श्री सिंह ने कहा कि सरकार का मानना गलत है कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट विकास में बाधक है.
दोनों एक्ट विकास में बाधक होते, तो आज कोई परियोजना पूरी नहीं हुई होती. श्री सिंह ने कहा कि स्थानीय विधायक लोइस मरांडी भी अपने को झारखंडी कहती हैं, पर झारखंडियों के विरोध में काम कर रही हैं. उन्हें इस तरह के प्रस्ताव का समर्थन नहीं बल्कि झारखंडियों के हित में विरोध करना चाहिए. पुतला दहन में जिला सचिव शिव कुमार बास्की, जिला कोषाध्यक्ष प्रीतम कुमार, केंद्रीय समिति सदस्य सलाम अंसारी, सुरेश सोरेन, निशित वरण गोलदार, नगर अध्यक्ष रवि यादव, सुशील दूबे,
नेपु सिंह, प्रखंड अध्यक्ष कालेश्वर सोरेन, क्युम अंसारी, विजय मल्लाह, सुरेंद्र यादव, असित वरण गोलदार, काजल मुखर्जी, रमेश रजक, विक्की सिंह, निवेश कुमार शर्मा, कुंदन साह, कैश मुर्मू, सलीम अंसारी, लाल मोहम्मद, ललका मियां, आसिफ, मुस्तफा अंसारी, दाउद मियां, अकरम, प्रेम हांसदा, एमानवेल सोरेन, रहमत अली, होपना टुडू, हैदर अली, जीतलाल मरांडी, शिबू मल्लाह, विकास सिंह, चंदन आदि मौजूद थे.

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