सत्याग्रह पर बैठे चिकित्सक

विरोध. मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट समेत छह सूत्री मांगों को लेकर जताया रोष दुमका : केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न कानूनों के जरिये आधुनिक चिकित्सा शिक्षा, पद्धति एवं चिकित्सकों के अवमूल्यन एवं सम्मान पर किये जा रहे हमले के विरोध में बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अर्थात आइएमए के चिकित्सक सदस्य सत्याग्रह पर बैठे नजर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2016 5:58 AM

विरोध. मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट समेत छह सूत्री मांगों को लेकर जताया रोष

दुमका : केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न कानूनों के जरिये आधुनिक चिकित्सा शिक्षा, पद्धति एवं चिकित्सकों के अवमूल्यन एवं सम्मान पर किये जा रहे हमले के विरोध में बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अर्थात आइएमए के चिकित्सक सदस्य सत्याग्रह पर बैठे नजर आये. इसके तहत दुमका के आइएमए मेंबर समेत अन्य चिकित्सकीय संगठन से जुड़े चिकित्सक पूर्वाह्न 11 बजे से लेकर दोपहर बाद एक बजे तक
समाहरणालय में धरने पर बैठे रहे और बाद में उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा. सत्याग्रह के दौरान चिकित्सक चिकित्सकीय सेवाओं से अलग रहे. सत्याग्रह पर बैठे डॉक्टरों का कहना था सरकार लगातार निजी अस्पतालों को लेकर कठोर नियम बनाती जा रही है. इसके चलते उन्हें प्रैक्टिस करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ये थे उपस्थित
डॉ डीएन पांडेय, सचिव डॉ देवाशीष रक्षित, डॉ सुशील मरांडी, डॉ सीपी सिन्हा, डॉ कुमार बागिश, डॉ एके सिंह, डॉ संजय लाल दास, डॉ रंजन सिन्हा, डॉ अरुणाभ प्रभाकर शामिल थे.
मुख्य मांगें
लिपिकीय भूल के लिए चिकित्सकों को दोषी ठहराये जाने संबंधित आवश्यक सुधार हो
एकमात्र चिकित्सक के पदस्थापन वाले क्लीनिक क्लीनिकल इस्टेब्लिसमेंट एक्ट के दायरे से बाहर हो

Next Article

Exit mobile version