नोटबंदी. 93 लाख की बरामदगी मामला
दुमका : उपराजधानी दुमका में कथित तौर पर डाकघर से महज 10 मिनट में एक करोड़ रुपये के 500-1000 के नोट का बदलवाने और डाककर्मी विनय सिंह व बड़े व्यापारी शिबू पटवारी के घर से बड़ी राशि की बरामदगी के मामले में आयकर विभाग ने पड़ताल तेज कर दी है. दुमका के सहायक आयकर निदेशक […]
दुमका : उपराजधानी दुमका में कथित तौर पर डाकघर से महज 10 मिनट में एक करोड़ रुपये के 500-1000 के नोट का बदलवाने और डाककर्मी विनय सिंह व बड़े व्यापारी शिबू पटवारी के घर से बड़ी राशि की बरामदगी के मामले में आयकर विभाग ने पड़ताल तेज कर दी है. दुमका के सहायक आयकर निदेशक शशि रंजन कैंप किये हुए हैं.
आयकर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सहायक आयकर निदेशक के नेतृत्व में आइटी की टीम पटवारी ब्रदर्स शिबू पटवारी और उनके भाई के घर जाकर पूछताछ कर चुकी है और जानकारी हासिल कर चुकी है. पेट्रोल पंप और किराना के थोक व्यापारी पटवारी बंधु शिबू पटवारी एवं उनके भाई सुनील पटवारी के घर से 500-1000 के 48 लाख रुपये के नोट बरामद किये गये थे. वहीं प्रधान डाकघर दुमका के डिविजनल सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर विनय कुमार सिंह के घर से 45 लाख रुपये बरामद हुए थे. श्री सिंह के घर से जो नोट मिले थे, वे 100-50 के थे.
जिसे डाकघर से बदलवाया हुआ बताया गया था. दोनों के यहां छापेमारी करने के बाद यह राशि बरामद हुई थी. जिसके बाद जिले के एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने मामले से सीबीआई और आइटी के अधिकारियों के संज्ञान में दिलाया था. इधर डाक विभाग द्वारा अपनी आंतरिक जांच जारी है. बताया जा रहा है कि संतालपरगना के वरिष्ठ डाक अधीक्षक सत्यकाम ने मामले में प्रधान डाकघर के अपने अधिनस्थ पदाधिकारियों-कर्मचारियों से बुधवार को पूछताछ की. श्री सत्यकाम द्वारा उन सभी कागजातों, फाॅर्म व लगाये गये पहचान पत्र की जांच करवायी जा रही है, जिसके जरिये लोगों का नोट बदलने का काम किया गया था. इस जांच में दो दिन का और वक्त लग सकता है. तय माना जा रहा है कि अगर बदले गये नोट को लेकर उतने फाॅर्म व पहचान पत्र डाकघर में उपलब्ध नहीं होगा, तो मामले में संलिप्तता के आधार पर डाक विभाग के संबंधित सारे कर्मचारी नप सकते हैं.