फसलों की बिक्री के लिये खुले क्रय केन्द्र

डीसी ने गोपीकांदर के खेरीबाड़ी व कारीडीह पहाड़ी गांव का किया निरीक्षण, कहा जनजातीय समुदाय को अपनी फसल के लिये मिले बेहतर मूल्य केंद्र खुलने से घंघरा, मकई और अरहर का मिलेगा सही मूल्य दुमका : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिया है कि वह पहाड़िया जनजातीय समुदाय द्वारा उपजाये जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2016 5:33 AM

डीसी ने गोपीकांदर के खेरीबाड़ी व कारीडीह पहाड़ी गांव का किया निरीक्षण, कहा

जनजातीय समुदाय को अपनी फसल के लिये मिले बेहतर मूल्य
केंद्र खुलने से घंघरा, मकई और अरहर का मिलेगा सही मूल्य
दुमका : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिया है कि वह पहाड़िया जनजातीय समुदाय द्वारा उपजाये जाने वाले फसलों के लिए क्रय केन्द्र खोले ताकि, उन्हें बेहतर मूल्य मिल सके. बुधवार को श्री सिन्हा ने गोपीकांदर प्रखंड के पहाड़िया समुदाय के खेरीबाड़ी गांव और कारीडीह पहाड़ी का भ्रमण किया और उपजाये गये फसलों का निरीक्षण किया. घंघरा (बरबट‍्टी), बाजरा, मकई, अरहर आदि फसल गांववालों द्वारा लगाये गये थे.
उपायुक्त ने आत्मा के निदेशक को आदेश दिया कि वे ग्रामीणों को फसलों में लगने वाले कीटनाशक के बारे में जानकारी दे और किस प्रकार अधिक से अधिक उत्पादन हो सके इसकी जानकारी दे. उपायुक्त ने ग्रामीणों से भी बात कर उनके समस्याओं को जाना. ग्रामीणों ने बताया कि महाजन एक बोरा बरबट‍्टी के बदले दो बोरा चावल देते हैं. कई ग्रामीणों ने बताया कि 20 पैसा पाइ की दर से भी वे अपना उत्पाद बेचते हैं. उपायुक्त ने कहा कि वे महाजन के बदले क्रय केन्द्र पर अपने फसल बेचें ताकि उन्हें बेहतर मूल्य मिल सके.
उपायुक्त ने अधिकारियों को यह कहा कि शहर के उपभोक्ताओं को यह बतायें कि पहाड़ पर उगाये गये अरहर समतल भूमि पर उपजाये गये अरहर की तुलना में बेहतर एवं पौष्टिक होता है. ग्रामीण क्षेत्रों में क्रय केन्द्र खोले जायें ताकि उन केन्द्रों पर ग्रामीण बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकें. उपायुक्त ने बाजार समिति को यह निर्देश दिया कि वे इन उत्पादों की एक प्रदर्शनी लगायें जिससे आम जनता इनके बारे में जान सके और उनका रूझान इनके प्रति हो सके.
उपायुक्त ने ग्रामीणों से यह अपील किया कि वे किसी भी परिस्थिति में बिचौलियों और महाजनों के चक्कर में ना पड़ें. ग्रामीण आपस में एक समुह बनाकर जिला मुख्यालय दुमका, देवघर, साहेबगंज, पाकुड़, गोड्डा आदि जगहों पर ले जाकर इसका विक्रय करें. उपायुक्त ने कहा कि गांव से निकलकर शहरों में इसके बेहतर मूल्य के लिए प्रयास करना होगा. जिला प्रशासन हर संभव मदद करेगी.
फसलों का जाजया लेते डीसी राहुल कुमार सिन्हा
ये थे मौजदू
अवसर पर गोपीकान्दर के बीडीओ अमित कुमार, आत्मा के परियोजना निदेशक डाॅ दिवेश कुमार सिंह, मनोज सिंह पहाड़िया, मुखिया शांति देवी, पंचायत प्रमुख सरिता देवी, रेवती महारानी, अवधेश कुमार, महादेव पुजहर, बदली देवी, सुकाली महारानी, भोला कूंअर तथा बड़ी संख्या में पहाड़िया समुदाय के ग्रामीण उपस्थित थे.
जांच को पटवारी ब्रदर्स के घर पहुंची जांच टीम

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