नोट बदली में आरबीआई के मापदंडों का हुआ उल्लंघन

जांच. डाक निदेशक भूपाल राम पहुंचे दुमका, कहा दुमका : डाक विभाग ने अपने विभागीय जांच में दुमका प्रधान डाकघर में 90 लाख रुपये के नोटों की बदली में गड़बड़ी पायी है. इतने भारी रकम को बदले जाने के मामले में डाकघर में वैध दस्तावेज नहीं पाये गये हैं. नोटबंदी के बाद 500-1000 के नोटों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2016 2:41 AM

जांच. डाक निदेशक भूपाल राम पहुंचे दुमका, कहा

दुमका : डाक विभाग ने अपने विभागीय जांच में दुमका प्रधान डाकघर में 90 लाख रुपये के नोटों की बदली में गड़बड़ी पायी है. इतने भारी रकम को बदले जाने के मामले में डाकघर में वैध दस्तावेज नहीं पाये गये हैं.
नोटबंदी के बाद 500-1000 के नोटों के एक्सचेंज करने के लिए आरबीआई के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन यहां हुआ पाया गया है. नोट बदले तो गये, पर उसके लिए नोट बदलवाने वाले से जो पहचान पत्र और प्रपत्र भरवाया जाना था, वह नहीं पाया गया है. ऐसे में आनेवाले समय में प्रधान डाकघर के कई और कर्मियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. दुमका पहुंचे निदेशक डाक सेवायें भूपाल राम ने बताया कि जिसने भी लापरवाही बरती होगी और जिनकी संलिप्तता पायी जायेगी, वे सभी इस मामले की लपेटे में आयेंगे. उन्होंने बताया कि उन्हें अब तक पहली रिपोर्ट मिली थी. जिसमें डाकघर से पैसे का गबन नहीं हुआ, यह साफ हुआ था.
यहां रोकड़ सही पाया गया था. उन्होंने बताया कि विभागीय स्तर पर जब जांच करायी गयी, तो 90 लाख रुपये के नोटों की बदली के वैध कागज नहीं मिलने की बात सामने आयी है. अब इसमें यह जांच करायी जा रही है कि एक ही व्यक्ति के नाम पर कहीं बार-बार फार्म तो नहीं दिया गया और नोट बदली दिखा दी गयी. डाक निदेशक ने बताया कि पूरे संताल परगना में देवघर प्रधान डाकघर के अलावा 70 उप डाकघरों में भी नोट बदली मामले में जांच करायी जायेगी. यह जांच वरिष्ठ अधीक्षक संताल परगना के द्वारा उनके अधीनस्थ पदाधिकारियों की टीम से करायी जायेगी.
पोस्टमास्टर व ट्रेजरर भी हो चुके हैं निलंबित: निदेशक डाक सेवायें भूपाल राम ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के रुप में कार्यरत पोस्टल असिस्टेंट विनय कुमार सिंह पर कार्रवाई तो हुई ही है, दुमका प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर तथा ट्रेजरर इग्नेटियस हेंब्रम को भी निलंबित कर दिया गया है.
नोटों के एक्सचेंज में 90 लाख रुपये के वैध दस्तावेज नहीं
संप के 70 उप डाकघरों में भी अपने स्तर पड़ताल करेगा विभाग
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर 12 बिंदुओं पर डाक निदेशालय ने किया है जवाब-तलब
जिनकी लापरवाही व संलिप्तता पायी जायेगी, वे सभी इस मामले की लपेटे में आयेंगे
पोस्टल असिस्टेंट के घर से मिले थे 45 लाख
नोटबंदी के बाद गुप्त सूचना के आधार पर जिला पुलिस ने पोस्टल असिस्टेंट विनय कुमार सिंह के घर पर छापेमारी कर 100-50 के 45 लाख रुपये के नोट बरामद किये थे. पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यवसायी के एक करोड़ रुपये को विनय ने अपने प्रभाव से 10 मिनट में ही बदलवा दिया था. नोट जब्त होने के बाद आयकर ने राशि जब्त कर ली थी, जबकि सीबीआई ने जांच शुरु कर दिया है. विनय सिंह अब तक फरार है.

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