बासुकिनाथ में ठंड से जनजीवन प्रभावित
सर्दी का सितम. हर रोज गिर रहा पारा, शीतलहरी ने बढ़ायी कनकनी ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दिहाड़ी मजदूरों व स्कूली बच्चों की परेशानी बढ़ गयी है. कोहरे ने जिंदगी की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. स्थिति ऐसी है कि शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं. बासुकिनाथ : शीतलहरी […]
सर्दी का सितम. हर रोज गिर रहा पारा, शीतलहरी ने बढ़ायी कनकनी
ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दिहाड़ी मजदूरों व स्कूली बच्चों की परेशानी बढ़ गयी है. कोहरे ने जिंदगी की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. स्थिति ऐसी है कि शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं.
बासुकिनाथ : शीतलहरी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. क्षेत्र में शीतलहरी का प्रकोप काफी बढ़ गया है. गरीब व असहाय लोगों को ठंड से काफी परेशानी हो रही है. गरीब कंबल व गर्म कपड़े के अभाव में जहां तहां दुबक कर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. कनकनी के कारण गरीब घर से देर से बाहर निकल रहे हैं एेसी स्थिति में उसके समक्ष भुखमरी की समस्या खड़ी हो गयी है. बासुकिनाथ में दूर दराज से पहुंचे यात्रियों व मंदिर धरणार्थियों को ठंड के कारण काफी कष्ट झेलना पड़ रहा है.
नगर पंचायत बासुकिनाथ द्वारा अबतक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. प्रखंड क्षेत्र में शीतलहरी से परेशानी को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता श्यामसुंदर मोदी, कुंदन पत्रलेख , सीताराम मंडल आदि ने प्रखंड क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन से अलाव की मांग की है ताकि लोगों को जहां तहां अलाव ताप कर शुकुन महसूस कर सके.