जमीन अतिक्रमणकारियों से होगा मुक्त
रोष. ग्रामीणों ने तारा मंदिर की भूमि को बचाने का लिया संकल्प, कहा भू-माफिया के चंगुल से मुक्त होगी जमीन बासुकिनाथ : बासुकिनाथ मंदिर से पूर्वी किनारे स्थित तारा मंदिर की भूमि को भू माफिया से बचाने के लिए बासुकिनाथ के सैकड़ों ग्रामीणों ने बासुकिनाथ बाजार में वरीय सामाजिक कार्यकर्ता वैद्यनाथ पांडेय की अध्यक्षता में […]
रोष. ग्रामीणों ने तारा मंदिर की भूमि को बचाने का लिया संकल्प, कहा
भू-माफिया के चंगुल से मुक्त होगी जमीन
बासुकिनाथ : बासुकिनाथ मंदिर से पूर्वी किनारे स्थित तारा मंदिर की भूमि को भू माफिया से बचाने के लिए बासुकिनाथ के सैकड़ों ग्रामीणों ने बासुकिनाथ बाजार में वरीय सामाजिक कार्यकर्ता वैद्यनाथ पांडेय की अध्यक्षता में बैठक की. एनएसी के पूर्व उपाध्यक्ष मंटू गोस्वामी, अनुमंडल बनाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रविकांत मिश्रा, मंदिर पुजारी सदाशिव पंडा, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष मनोज पंडा के उपस्थिति में एेतिहासिक तारा मंदिर की भूमि को बचाने का लिया सामूहिक संकल्प. कहा किसी भी परिस्थिति में तारा मंदिर की भूमि को भू माफिया के चंगुल से मुक्त कराया जायेगा. इस भूमि पर अवैध निर्माण कार्य को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है.
तत्कालीन एसडीओ जिशान कमर ने ग्रामीणों की मांग पर तारा मंदिर के विवादित भूमि पर चल रहे निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगा दिया गया. एसडीओ ने सबंधित पक्षकारों से प्राप्त जमीन से जुड़े कागजात व वंशावली की स्थिति से संतुष्ट होने के बाद ही काम करने की अनुमति देने की बात कही थी. ग्रामीणों ने कहा कि बासुकिनाथ में सरकारी जमीन को हर हाल में अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराया जायेगा. अतिक्रमित सरकारी जमीन को लेकर लोगों ने उपायुक्त को शिकायत भी की है.
नोटिस के विरोध में एसटी/एससी कोर्ट में जमा होंगे ग्रामीण
भू माफिया न तारा मंदिर की जमीन को लेकर विनोला देवी को आगे लाकर हरिजन कोर्ट दुमका में ललन सिंह, नरेश पंडा, मिठू राव, पूर्व एमओ छतीश सिंह एवं जगदीश यादव पर गाली गलौज करने, मारपीट करने एवं जाति सूचक गाली देने का शिकायत की है. महिला की शिकायत पर एससी एसटी कोर्ट दुमका में अागामी 17 मार्च शुक्रवार दस बजे दिन में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. इस नोटिस के विरोध में एकजुटता दिखाते हुए बासुकिनाथ के सोलहना रैयतों ने कोर्ट में जाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने की बात कही है. लोगों ने बताया कि जब तारा मंदिर का कोई भी वारिशान नहीं है तो ये लोग कहां से आ गये यह जांच का विषय है.
तीन बीघा 11 कट्ठा 4 धूर जमीन का है मामला
प्राचीन तारा मंदिर के जमाबंदी नंबर 58 के अंतर्गत दाग संख्या 568 कुल रकवा तीन बीघा ग्यारह कट्ठा चार धूर जमीन पर भू माफिया अवैध कब्जा कर रहा है. ग्रामीणों ने हस्ताक्षरित आवेदन अनुमंडलाधिकारी को आवेदन देकर जमीन को भू माफिया के चंगुल से भूमि को मुक्त कराने की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि भू माफिया द्वारा अवैध तरीके से भूमि को कब्जा किया जा रहा है. इस भूमि पर से फसल उपजा कर मंदिर के स्वामी श्यामानंद सरस्वती मंदिर का संचालन करते रहे हैं. गेंजट सेटलमेंट में यह जमीन लोचन मिर्धा के नाम से दर्ज है तथा यह जमाबंदी रैयत है. ग्रामीणों का कहना है कि इस जमीन का कोई वारिशान नहीं है तथा पूर्व में जमीन का मालिक द्वारा इसे दान में तारा मंदिर को दिया गया. मौके पर उमेश पंडा, सोमनाथ यादव, कुमोद कुमार पांडेय, संदीप पांडेय, प्रकाश चंद्र झा, जयप्रकाश यादव, अनिल पंडा, प्रेमशंंकर झा, श्याम गोस्वामी, नागेश्वर पंडा, सारंग झा, कुंदन झा सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.