सड़क किनारे धड़ल्ले से चल रहे कई बूचड़खाने
जिला प्रशासन तक नहीं पहुंचा आदेश, दुमका में एक भी वधशाला को लाइसेंस नहीं दुमका : उपराजधानी दुमका में सड़क के किनारे कई मुहल्लों में बूचड़खाने चल रहे हैं. इन बूचड़खानों को संचालित करने का कोई लाइसेंस नहीं लिया गया है. दुमका के मीट मार्केट को छोड़ सड़क किनारे की अधिकांश मीट-मुर्गे की बिक्री होती […]
जिला प्रशासन तक नहीं पहुंचा आदेश, दुमका में एक भी वधशाला को लाइसेंस नहीं
दुमका : उपराजधानी दुमका में सड़क के किनारे कई मुहल्लों में बूचड़खाने चल रहे हैं. इन बूचड़खानों को संचालित करने का कोई लाइसेंस नहीं लिया गया है. दुमका के मीट मार्केट को छोड़ सड़क किनारे की अधिकांश मीट-मुर्गे की बिक्री होती है. जिन बकरे व खस्सी को काटकर बेचा जाता है, उसकी कोई जांच भी नहीं की जाती है. सड़क किनारे एक तो जहां मांस बेचे जाते हैं वहां दिन भर उसमें धूल भी पड़ता रहता है, वहीं आबादी वाले इलाके में गंदगी भी फैलती रहती है. जिस पर प्रशान का कोई ध्यान नहीं था. गिलानपाड़ा, गांधी मैदान, कुम्हारपाड़ा, पोखरा चौक बड़ाबांध, लाल पोखरा, दुधानी आदि जगहों पर सड़क के किनारे ही बकरे काटकर बेचे जाते हैं.
दर्जनों करते हैं मीट मुर्गे का कारोबार
दुमका में एक भी वधशाला को लाइसेंस निर्गत नहीं किया गया है. जिले के सिविल सर्जन सह एसीएमओ डॉ विनोद कुमार साहा ने बताया कि वधशाला के लिए किसी ने लाइसेंस नहीं लिया है. बता दें कि दुमका के सौ से अधिक लोग मीट-मुर्गे का कारोबार करते हैं. प्रतिबंधित मांस भी चोरी छिपे कुछ इलाके में बेचे जाने की बात सामने आती रही है.
विजयपुर मौजा में बनना है वधशाला, नहीं चाहते लोग
दुमका. नगर परिषद द्वारा विजयपुर में दाग नंबर 836 में एक एकड़ सरकारी जमीन में वधशाला का निर्माण होना है. वधशाला के निर्माण के बाद तमाम मीट-मुर्गे की दुकान वहीं शिफ्ट हो जायेंगी. वधशाला निर्माण के लिए परिषद ने 6.71 लाख रुपये भू-अर्जन विभाग को दे दिया है. बताया जा रहा है कि वधशाला निर्माण के पक्ष में वहां के लोग नहीं है. लिहाजा वहां विरोध के स्वर भी उपज रहे हैं.
पूर्व में गठित की गयी थी टीम
अब तक दुमका जिले में अवैध वधशाला को बंद कराने से संबंधित आदेश नहीं पहुंचा है. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि उन तक ऐसा आदेश नहीं मिला है. पर मानक के अनुरूप वधशाला चल रहा है या नहीं, इसकी जांच के लिये कुछ दिनों पूर्व एक टीम गठित की थी और जांच करने को कहा था.