दुमका : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार की सबसे ज्यादा छवि खराब होती ब्लॉक, अंचल और थाने में होती है. इन जगहों पर महात्मा गांधी का फोटो (पैसा) जबतक देखते नहीं, तबतक काम नहीं करते. मैं खुद भुक्तभोगी हूं, मैं भी आपलोगों की तरह ही जिंदगी जी कर आया हूं.
उन्होंने कहा कि इसी चीज को दूर करने के लिए पंचायत स्वयंसेवको की व्यवस्था की गयी है. जाति, आवासीय और आय प्रमाण पत्र की वैधता बढ़ायी गयी है. ताकि बार-बार प्रखंड-अंचल कार्यालय जाने की जरूरत न पड़े. ऐसी व्यवस्था से ही बिचौलिया प्रथा पैदा होती है.
मुख्यमंत्री आज दुमका दौरे पर हैं. मुख्यमंत्री यहां प्रमण्डस्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यशाला में विभिन्न पंचायतों के पंचायत स्वयंसेवकों ने अपने विचार रखे. उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया.
मुख्यमंत्री ने पंचायत स्वयंसेवकों से कहा कि वे गरीबी मिटाने का काम करें. उन्होंने कहा कि मानदेय मांगने वाले ये जान ले कि यह नौकरी नही है. स्वेच्छा से पंचायत की सेवा करनी है तो स्वागत है, नौकरी सोचकर आये हो तो आज ही चले जाओ. सेवा करिये, बहुत आशीर्वाद मिलेगा. राज्य के प्रति उत्तरदायित्व निभाएं
पंचायत स्वयंसेवकों ने भी रखी समस्याएं
इस दौरान संताल परगना के विभिन्न जिलों से आये पंचायत स्वयंसेवकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी शिकायत रखी, मानदेय मांगा, प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान नहीं करने पर भी ध्यान दिलाया. कहा कि समाज सेवा पेट बांधकर कैसे करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 मई तक प्रोत्साहन राशि का भुगतान सभी डीसी कराएं. भ्रस्टाचार की बात भी सीएम के पास रखी, कहा विकास की राशि जिस तरह घटते घटते गांव तक पहुंचती है, उसी तरह आप तक भ्रस्टाचार की शिकायत भी 100 में से एक पैसे ही पहुंच पाती है. सीएम ने कहा कि वे ऐसी व्यवस्था कराएंगे की पंचायत सचिवालय सीधे उनसे जुड़ा रहे.