बच्चों का पठन-पाठन बाधित

शिकारीपाड़ा : शिकारीपाड़ा प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के छात्र-छात्रएं इन दिनों प्रधानाध्यापक के उदासीन रवैये की वजह से खासा परेशान हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक के बारे में छात्र-छात्रओं की शिकायत है कि वे नियमित स्कूल नहीं पहुंचते. ऐसे में उनके पठन-पाठन पर प्रतिकूल असर पड़ता है. गरीब आदिवासी और दलित परिवार के बच्चे इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2014 4:25 AM

शिकारीपाड़ा : शिकारीपाड़ा प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के छात्र-छात्रएं इन दिनों प्रधानाध्यापक के उदासीन रवैये की वजह से खासा परेशान हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक के बारे में छात्र-छात्रओं की शिकायत है कि वे नियमित स्कूल नहीं पहुंचते. ऐसे में उनके पठन-पाठन पर प्रतिकूल असर पड़ता है. गरीब आदिवासी और दलित परिवार के बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं. नियमित शिक्षकों के नहीं पहुंचने से इन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है. मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानाध्यापक के मनमाने रवैये से अभिभावक भी परेशान हैं.

गुरुवार को इस स्कूल में दिन के 11 बजे तक महज एक पारा शिक्षक पहुंच सके थे, जबकि विद्यालय में सरकारी शिक्षक सह प्रभारी प्रधानाध्यापक के अलावा कुल तीन पारा शिक्षक कार्यरत हैं. प्रधानाध्यापक के अलावा दो पारा शिक्षिकाएं स्कूल नहीं पहुंची थीं. छात्रएं सुभाषिनी, मिनिका किस्कू व अमिता किस्कू ने बताया कि शिक्षकों के नियमित नहीं पहुंचने तथा विषयवार शिक्षक नहीं होने से उन्हें विषयवस्तु पर पूरा ज्ञान नहीं मिल पा रहा है.

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