बालू लदे ट्रैक्टर की ट्राॅली पलटने से एक मजदूर की मौत
रानीश्वर थाना क्षेत्र के सुखजोड़ा गांव में एक दर्दनाक घटना में बालू से लदे ट्रैक्टर की ट्रॉली पलटने से 18 वर्षीय मजदूर, नजरुल शेख की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने पहुंचकर काफी कोशिशों के बाद ट्रॉली के नीचे से मजदूर का शव बाहर निकाला.
प्रतिनिधि, रानीश्वर शनिवार की सुबह रानीश्वर थाना क्षेत्र के सुखजोड़ा गांव में एक दर्दनाक घटना में बालू से लदे ट्रैक्टर की ट्रॉली पलटने से 18 वर्षीय मजदूर, नजरुल शेख की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने पहुंचकर काफी कोशिशों के बाद ट्रॉली के नीचे से मजदूर का शव बाहर निकाला. सूचना पाकर थाना प्रभारी बलराम कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया. दुर्घटनाग्रस्त ट्रैक्टर को जब्त कर थाना में लाया गया है. हादसे के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. जानकारी के अनुसार, मयुराक्षी नदी से अवैध रूप से बालू लोड करके सुखजोड़ा गांव में एक खाली जगह पर बालू डंप किया जा रहा था. ट्रैक्टर की ट्रॉली से बालू उतारते समय अचानक ट्रॉली पलट गयी, जिसमें नजरुल शेख दब गया और उसकी जान चली गयी. इस घटना के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे प्रशासन की लापरवाही के प्रति नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि रात के अंधेरे में बालू ढुलाई के कारण इस तरह की दुर्घटनाएं बार-बार हो रही हैं. अवैध बालू ढुलाई से लगातार हो रही मौतें यह घटना अवैध बालू ढुलाई के कारण हुई मजदूर की मौत का दूसरा मामला है. करीब डेढ़ साल पहले भी मयुराक्षी नदी के हाड़जुड़िया बालू घाट पर एक मजदूर की इसी प्रकार से बालू लदे ट्रैक्टर के पलटने से मौत हो गयी थी. स्थानीय निवासियों का कहना है कि रात में बालू के अवैध परिवहन के चलते ट्रैक्टर चालकों को लंबे समय तक जागना पड़ता है, जिसके कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. खनन विभाग की अनदेखी, 10 वर्षों से बालू घाटों की नहीं हुई बंदोबस्ती बालू की मांग को देखते हुए विभिन्न नदियों के घाटों से अवैध रूप से बालू की निकासी बढ़ रही है, लेकिन खनन विभाग ने पिछले 10 सालों से बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं की है. इसके चलते बालू कारोबारियों ने अवैध बालू खनन का कारोबार फैला रखा है. स्थानीय पुलिस कभी-कभार कार्रवाई करती है, परंतु अवैध बालू ढुलाई जारी है. पुलिस प्रशासन कभी कभार कार्रवाई कर बालू लदा एक दो ट्रैक्टरों को जब्त करती है. प्रखंड क्षेत्र के सिद्धेश्वरी नदी के टोंगरा, तांतलोई, पाकपहाड़ी, जामजुड़ी, मसानजोर, सिजुआ, बिलकांदी, काटाडुमरा, बांसकुली, कुमिरखाला तथा मयुराक्षी नदी के शिलाजुड़ी, सादीपुर, खेदड़ा, कुमिरदहा, महेषबथान, हाड़जुड़िया,डूमरा,बेनियाग्राम, आलगपाथर, आमजोड़ा, एकतला, पड़िहारपुर, नौरंगी, रागडीह,दिगुली आदि बालू घाटों से अवैध रूप से बालू उठाव जारी है. अवैध बालू खनन पर रोक लगाने की मांग कर रहे स्थानीय लोग ग्रामीणों ने प्रशासन से इस अवैध बालू ढुलाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि खनन विभाग और पुलिस प्रशासन की अनदेखी से मजदूरों की जान जोखिम में है और बालू माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने पर मजबूर हो जायेंगे. अवैध बालू खनन से हो रही दुर्घटनाओं ने गांवों में भय का माहौल बना दिया है. प्रशासनिक उदासीनता के चलते कई गरीब मजदूरों की जान जा रही है.
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