Jharkhand news, Ranchi news : दुमका : कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता और व्यवसायी पुष्पा हिम्मतसिंहका की हत्या के आरोपी उनका भतीजा रॉकी हिम्मतसिंहका पुलिस दबिश के कारण कोलकाता के लेक सिटी थाने में सरेंडर कर दिया. आरोपी रॉकी वारदात को अंजाम देने के बाद टाटा शोरूम की ओर भागा था. उसके बाद वहां से कहां गया था पुलिस उसका सुराग नहीं लगा पा रही थी. हालांकि, उसके कोलकाता भागने के कयास लगाये जा रहे थे. इससे पहले शनिवार को शहर के अंदर जहां-जहां उसके छिपे होने का अंदेशा पुलिस को था, वहां-वहां पुलिस ने छापेमारी की थी, लेकिन रॉकी नहीं मिला था.
मिली जानकारी के मुताबिक, वह अपने साथ अपना मोबाइल भी नहीं ले गया था. इस वजह से उसतक पुलिस पहुंच नहीं पा रही थी. बता दें कि शनिवार की दोपहर 12 बजे आपसी रंजिश में उसने चाची पुष्पा हिम्मतसिंहका पर गोली मार कर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद वह उस तमंचे को लेकर भाग गया था. उसने चाची पुष्पा पर बेहद नजदीक से फायरिंग की थी. तमंचा उसे कहां से इतनी आसानी से उपलब्ध हो गया, किसने उसे यह उपलब्ध कराया, इस बात की भी जानकारी जुटाने में पुलिस लगी हुई है.
Also Read: झारखंड में कांग्रेस समर्थक की गोली मारकर हत्या, भाजपा ने कानून-व्यवस्था पर उठाये सवाल
नगर थाना क्षेत्र में दिन-दहाड़े गोली चला मारकर की गयी इस हत्या की वारदात में दुमका नगर थाना में कांड संख्या 302/20 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. भादवि की धारा 302 व 120 B के साथ-साथ आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत मुख्य आरोपी रॉकी हिम्मतसिंहका सहित 6 को आरोपी बनाया गया है. इनमें रॉकी के पिता शिव कुमार हिम्मतसिंहका, मां आशा देवी, जीजा आशीष भालोटिया, कैलाश बोगी और अभिषेक हिम्मतसिंहका को षड्यंत्र कर हत्या करने के आरोप में एफआईआर में नामित किया गया है. रॉकी को छोड़ ये सभी पुलिस हिरासत में थे और इनसे पूछताछ जारी थी. रॉकी के कुछ अन्य दोस्तों से भी पुलिस ने पूछताछ किया था. माना जा रहा है कि परिवार पर बढ़ती दबिश के बाद उसने कोलकाता के लेक सिटी थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है.
पुष्पा हिम्मतसिंहका का पोस्टमार्टम रविवार को दुमका मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के 3 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने किया. पोस्टमार्टम शुरू होने के बाद गोली के फंसे रहने और उसके निकालने में आने वाली दिक्कत को देख वहां से शव को फिर अस्पताल भेजा गया. एक्स-रे की रिपोर्ट मिलने पर गोली को बाहर निकाला जा सका. पोस्टमार्टम के बाद शव को पहले घर ले जाया गया. फिर कांग्रेस भवन लाया गया और फिर अंत्येष्टि के लिए विजयपुर स्थित मुक्तिधाम श्मशान घाट ले जाया गया.
Posted By : Samir Ranjan.