दुमका. जिले में रुक-रुककर लगभग ग्यारह घंटे तक झमाझम बारिश हुई. मध्य रात्रि से ही वज्रपात और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गयी थी, जो लगभग दोपहर बारह बजे तक जारी रही. इस बारिश की वजह से विभिन्न इलाकों में काफी देर तक बिजली की आपूर्ति प्रभावित रही. हालांकि देर शाम तक लगभग सभी जगहों पर बिजली आपूर्ति बहाल हो गयी थी. लंबे अरसे के बाद हुई अच्छी बारिश से खेत-खलिहान ही नहीं नदी और तमाम जोरिया भी कुछ घंटों के लिए उफान वाली स्थिति में रही. रानीश्वर. बुधवार अहले सुबह से रुक-रुक कर भारी बारिश होने से खेतों में लबालब पानी भर गया है. वहीं, छोटी बड़ी जोरिया का जलस्तर भी बढ़ गया है. जहां तालाब व डोभा पूरी तरह से सूख चुका था उन तालाबों व डोभा में थोड़ा बहुत पानी भरा है. विभिन्न गांवों के कच्ची सड़कों पर पानी जमा हो जाने से सड़क पर कीचड़ भर गया है. उधर, भारी बारिश से तथा जल निकासी की व्यवस्था नहीं रहने से पीएचसी आसनबनी परिसर में जल जमा हो जाने से लोगों को परेशानी झेलना पड़ा. अभी तक जिन किसानों ने गरमा धान फसल काट कर खलिहान तक नहीं पहुंचा सके उन किसानों की परेशानी भी बढ़ गई है. जबकि भारी बारिश होने से खरीफ खेती के लिए खेतों की तैयारी करने वाले किसानों के लिए खुशी देखी जा रही है. बासुकिनाथ. जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र में बीती रात से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया है और चिलचिलाती धूप व उमस भरी भीषण गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली है. खास बात यह की भीषण गर्मी से सूखे पड़े ताल तलैया, कुआं और दूब या दुर्वा की लताओं में फिर से नमी का संचार हुआ है. जिन कूपों की दशा बिन पानी के स्रोत से निरंतर बिगड़ती चली जा रही थी, उनमें अब थोड़ी सी जान लौट आई है. मंगलवार देर रात से प्रारंभ हुई आंधी बारिश बुधवार दोपहर तक होती रही. लगातार बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्र सड़कों व गली पर जलजमाव हो गया. बासुकिनाथ में बारिश का पानी कई घरों में घुसा. दिन भर घने बादल छाये रहे. वहीं, बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं. किसान भरत मांझी, कालेश्वर मांझी, घनश्याम आदि ने बताया कि आगामी 25 मई से रोहण नक्षण प्रवेश कर रहा है, इस नक्षत्र में धान बोआई से पैदावार सही होती है. शिकारीपाड़ा. प्रखंड में बिजली की आपूर्ति करीब 10 घंटे बाद बहाल हुई. बारिश के साथ तेज हवा चलने के कारण बुधवार अहले सुबह से प्रखंड में बिजली की आपूर्ति बंद हो गयी. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार महारो ग्रिड से बरमसिया सब स्टेशन तक लाइन में कई जगह फॉल्ट होने से 33 केवी बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी. जिससे प्रखंड में विद्युत की आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो गयी. साथ ही आंधी-पानी से बरमसिया सब स्टेशन के फीडरों से निकली लाइनों में भी कई जगह फॉल्ट हो गयी. विभाग के कनीय अभियंता दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि महारो ग्रिड से बरमसिया सब-स्टेशन तक लाइन में फॉल्ट होने से 33 केवी बिजली आपूर्ति बंद थी. जिससे शिकारीपाड़ा प्रखंड में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो गयी थी. दुमका से बरमसिया बिजली लाइन में कई जगह पर फॉल्ट हो गयी थी, जिसकी मरम्मत के उपरांत बरमसिया सब स्टेशन तक बिजली पहुंची. पश्चात उक्त सब-स्टेशन से निकाले गये फीडरों के 11 हजार लाइन की फॉल्ट को दूर करवाकर बिजली आपूर्ति चालू की गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है