संताल परगना में बंगलादेशी घुसपैठ हावी, आदिवासियों की जमीन पर कर रहे कब्जा डॉ आशा लकड़ा
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्या डॉ आशा लकड़ा रविवार को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची. पाकुड़ जिले के महेशुपर थाना क्षेत्र के गायबथान गांव में जमीन हड़पने को लेकर हुई मारपीट में घायल आदिवासी परिवार के लोगों से मिलीं.
प्रतिनिधि, दुमका राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्या डॉ आशा लकड़ा रविवार को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची. पाकुड़ जिले के महेशुपर थाना क्षेत्र के गायबथान गांव में जमीन हड़पने को लेकर हुई मारपीट में घायल आदिवासी परिवार के लोगों से मिलीं. बातचीत की. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि किस प्रकार से संताल परगना जल रहा है. दुमका जिला में मारपीट व हिंसा हो रही है. संताल परगना में कोई भी आदिवासी समाज सुरक्षित नहीं है. एक मामला पाकुड जिला के महेशपुर थाना क्षेत्र का है. जहां एक ही आदिवासी परिवार के लोग बंगाल काम करने गये थे. इस बीच बांग्लादेशी मुस्लमान उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया. जब पीड़ित परिवार ने अपनी जमीन का आवाज उठाया, तो बाहरी मुसलमानों ने उनके साथ बुरी तरह से मारपीट की. इस वजह से आज वे सभी दुमका पीजेएमसीएच में भर्ती हैं, उन सभी को देखने के लिए राष्ट्रीय जनजाति आयोग का आना बहुत बड़ी बात है. संताल परगना में बंग्लादेशी मुसलमान हावी हो रहे हैं. यह सभी आदिवासी की बेटी, रोटी व माटी पर कब्जा कर रहे हैं, उन्हें निशाना बनाकर संताल परगना में रह रहे हैं. लेकिन आयोग आदिवासियों को उनका अधिकार दिलाने के लिए लगातार लड़ते रहेगी. फोटो 21 डीयूएम 105 घायल व उनके परिजनों से जानकारी लेती आयाेग की सदस्या डॉ आशा लकड़ा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है